किशूपुरा में श्रीमद् भागवत कथा के दौरान धूमधाम से मना श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव
भिण्ड, 17 मार्च। महिला सत्संग शिक्षा मण्डल किशूपुरा की अध्यक्ष सुशीला देवी द्वारा अटेर क्षेत्र के ग्राम किशूपुरा में श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ सप्ताह का आयोजन कराया जा रहा है, जो 20 मार्च तक चलेगा। कथा वाचने देवी संध्या जी द्वारा किया जा रहा है एवं पारीक्षत राजेन्द्र सेंगर हैं।
श्रीमद् भागवत कथा के चौथे दिन शुक्रवार को देवी संध्या जी ने कहा कि प्रभु से प्रेम करोगे तो ही जीवन धन्य हो जाएगा, वरना संसार में लोग आते हैं, चले जाते हैं, मनुष्य का जीवन दुष्कर है, इसे भगवान की भक्ति में लगाओ। हिण्याक्ष व हिरण्य कश्यप की कथा का वर्णन करते हुए उन्होंने कहा कि प्रहलाद ने भगवान की भक्ति की, कितनी भी मुसीबतें सहन कीं, पिता हिरण्य कश्यप खुद को भगवान कहता था, किंतु प्रहलाद ने भगवान विष्णु की आराधना की। उनकी दृढ़ भक्ति से प्रसन्न होकर भगवान ने उनकी हमेशा रक्षा की तथा खंबे से निकलकर नरसिंह रूप में दर्शन दिए। ऐसे हैं प्रभु परमेश्वर। जो उनकी भक्ति करता है भगवान स्वयं उसकी रक्षा करते हैं।
देवी संध्या जी ने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम जिन्होंने जगत के लिए मर्यादा का मार्ग प्रशस्त किया। भागवत कथा से ही पापों का नाश होता है, हमें भक्तिभाव से श्रीमद् भागवत कथा का श्रवण करना चाहिए। तत्पश्चात श्रीकृष्ण के जन्म की कथा का वर्णन किया। इस अवसर पर बाल कृष्ण की झांकी दिखाई गई, बधाईयां दी गईं व रंग गुलाल भी उड़ाया गया। बड़े ही हर्षोल्लाष से कृष्ण लला का जन्मदिन मनाया गया।