गणाचार्य पुष्पदंत सागर, आचार्य सौरभ सागर का ससंघ हुआ मंगल प्रवेश

जगह-जगह हुआ पाद प्रक्षालन, किया शास्त्र भेंट

भिण्ड, 17 मार्च। पुष्पमगिरी प्रणेता गणाचार्य श्री पुष्पादंत सागर महाराज, आचार्य श्री सौरभ सागर महाराज ससंघ का शुक्रवार को नगर में भव्य मंगल प्रवेश हुआ। आचार्य संघ की आगवानी के लिए नगर में विराजमान मुनि प्रतीक सागर महाराज एवं भिण्ड विधायक संजीव सिंह कुशवाह सकल जैन समाज के साथ आगवानी के लिए लश्कार रोड स्थित सुभाष चौराहे पर पहुंचे। जहां पर सभी ने उनको चरण वंदन करते हुए उनका अभिवादन किया। वहीं पर गुरू शिष्य का मिलन हुआ।
जैसे ही गुरुवर का काफिला नगर में प्रवेश किया तो लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। जगह-जगह पाद प्रक्षालन, स्वागत द्वार बैण्ड-बाजों के साथ गुरुवर की अगवानी करते हुए चल रहे थे। महिला-पुरुष हाथों में ध्वजा लेकर जयघोष लगाते हुए चल रहे थे। बैण्ड बाजों की मधुर ध्वनि से श्रृद्धालु भक्ति में नाच-गान कर रहे थे। यह काफिला नगर के परेड चौराहा, सदर बाजार, गोल मार्केट, बताशा बाजार होते हुए हाउसिंग कॉलोनी स्थित बद्रीप्रसाद की बगिया में पहुंचा। वहां पर भक्तिभाव के साथ गुरुवर की आगवानी करते हुए पाद प्रक्षालन एवं शास्त्र भेंट किया।

इस अवसर पर गणाचार्य श्री पुष्पदंत सागर महाराज ने कहा कि मैं आया हूं संकल्प धर कर गुरुभक्ति जगाने के लिए, पुष्पदंत आया है गुरू की भक्ति जगाने के लिए, धरती पर महके फूलों की गंध लुटाने आया हूं, मैं अपने घर आया हूं। अब सामने पाके मैं भी मुस्काया हूं, मम सपने अभी हैं अधूरे, पूरे करने आया हूं, कैसे उडूं कहा मन ने, मैं अपने घर आया हूं। वहीं आचार्य सौरभ सागर महाराज ने कहा कि जो होता है अच्छे के लिए होता है, अगर मैं एक साल पहले यहां आ जाता तो एक साथ दो गुरू के दर्शन कैसे होते। 24 वर्ष बाद गुरुवर आए हैं तो आदिनाथ की जयंती पर और महावीर जयंती भी मनाएंगे। इस अवसर पर रविसेन जैन, जगदीश जैन दद्दा, राजेन्द्र जैन बिल्लू, सुभाष जैन, मुकेश जैन बड़ेरी, मनोज जैन, अमित जैन, रतनलाल जैन, चक्रेश कुमार जैन, अशोक जैन, वीरसेन जैन, नरेन्द्र जैन, महेन्द्र जैन, नीरज जैन, सोनल जैन, विवेक जैन, संजीव जैन, दिलीप जैन, मयंक जैन, नरेश जैन, चक्रेश जैन, यश जैन, सुरेन्द्र जैन, राजीव जैन, चन्द्रेश जैन, आकाश जैन एवं महिला, बच्चे उपस्थित थे।