श्री काशीबाबा की महिमा अपरंपार है : जयप्रकाश राजौरिया

दो दिवसीय मेला समारोह श्रद्धा भक्ति के साथ संपन्न, मेला में हजारों श्रद्धालु शामिल हुए

भिण्ड, 14 मार्च। प्रजापति समाज के आराध्य देव बेहट श्रीश्री 1008 काशीबाबा देवस्थान पर आयोजित होने वाले भव्य मेला के समापन समारोह के मुख्य अतिथि भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य एवं भिण्ड भाजपा जिला संगठन प्रभारी जयप्रकाश राजौरिया ने किया। दो दिवसीय मेला समारोह में हजारों श्रृद्धालुओं ने पूजन अर्चन किया एवं विशाल भण्डारे में प्रसादी भी ग्रहण की।
श्री काशी बाबा देव के दो दिवसीय मेला समारोह के समापन के मुख्य अतिथि भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य एवं भिण्ड भाजपा जिला संगठन प्रभारी जयप्रकाश राजौरिया ने मेले में उपस्थित जन समुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि श्री काशी बाबादेव की महिमा अपरंपार है, मैं आज मेला में पहली बार आया हूं, लेकिन बाबा की महिमा के चमत्कारों से में भलीभांति परिचित हूं, मैंने सुना है कि श्री काशी बाबा देव के दरबार में ही पानी से पुआ बनाने का चमत्कार तक हुआ है। राजौरिया ने सभी को रंगपंचमी की शुभकामनाएं देते हुए प्रजापति समाज के विशाल जनसमुदाय को नमन किया। स्वागत भाषण न्यास के महामंत्री जवाहर प्रजापति ने दिया।
इससे पूर्व राजौरिया ने श्री काशी बाबा के मन्दिर पर पहुंचकर श्रृद्धा भक्ति के साथ पूजन अर्चन की। उन्होंने संपूर्ण मेला की चाक चौबंद व्यवस्थाओं को देखा तथा विभिन्न क्षेत्रों में रातदिन सेवाएं देने वाले सेवादारों से मिले और उनके इस पुनीत कार्य के लिए उनकी प्रशंसा करते उत्साहवर्धन किया। मेले के शुभारंभ से पूर्व एक यज्ञ पूरे वैदिक रीति रिवाज के साथ किया गया।
श्री काशी बाबा देवस्थान न्यास के महामंत्री जवाहर प्रजापति ने बताया की दो दिवसीय श्री काशी बाबा देव सरकार के मेला समारोह में ग्वालियर चंबल संभाग के अलावा दिल्ली, इटावा, आगरा, झांसी, भोपाल, मुंबई, राजस्थान सहित अन्य प्रांतों के श्रृद्धालुओं ने आकर पूजा अर्चना की। उन्होंने बताया कि काशी बाबा के मेला समारोह में विशाल पण्डाल में भण्डारे का आयोजन दिन रात चलता रहा। मेला समारोह के प्रथम दिवस श्रृद्धालुओं ने भजन कीर्तन, कन्हैया गीत, लोकगीतों के माध्यम से जागरण कर श्री काशी बाबा की आराधना की। वहीं युवा तरुणाई अपने शारीरिक सौष्ठव के प्रदर्शन भी कर रहे थे।
इस अवसर पर प्रहलाद प्रजापति, मुरार जनपद उपाध्यक्ष दशरथ गुर्जर, अखिल राजौरिया, अमित जैन, खुशालीराम प्रजापति, दुर्गाप्रसाद पहाडिय़ा, रामेश्वर भगतजी, आदराम प्रजापति, विक्रम प्रजापति, रामोतार प्रजापति, रामहेत नेताजी मुरैना, नाथूराम प्रजापति भिण्ड, बालचंद विश्वकर्मा, प्रमोद प्रजापति डबरा, नारायण प्रजापति गोहद, दिनेश प्रजापति, सोनू प्रजापति मुरैना, पंकज प्रजापति शिवपुरी, मथुरा प्रसाद प्रजापति एवं समाज के जनप्रतिनिधि, अधिकारीगण, समाज के प्रबुद्धजन मौजूद रहे।