रेलों से जुड़ी विभिन्न मांगों को लेकर समाजसेवियों ने डीआरएम को सौंपा पत्र
भिण्ड, 26 अगस्त। ग्वालियर-भिण्ड-इटावा रेलखण्ड का निरीक्षण करने आए डीआरएम झांसी मण्डल आशुतोष को भिण्ड के समाजसेवियों के प्रतिनिधि मण्डल ने एक निवेदन पत्र सौंपा। जिसके माध्यम से समाजसेवी राहुल भारद्वाज ने बताया कि कोरोना काल में बंद की गई कोटा-इटावा एक्सप्रेस एवं ग्वालियर-भिण्ड पैसेंजर को पुन: अविलंब शुरू किया जाए, क्योंकि अन्य क्षेत्रों में लगभग सभी रेलगाडिय़ां शुरू कर दी गई हैं।
समाजसेवी राहुल भारद्वाज ने डीआरएम को सौंपे गए पत्र में कहा है कि ओखा-गोरखपुर एक्सप्रेस एवं सूरत-मुजफ्फरपुर एक्सप्रेस बहुत लंबा चक्कर लगाते हुए वर्तमान में संचालित की जा रही हैं, जबकि वाया भिण्ड-इटावा लाइन से इन गाडिय़ों को शुरू किया जाए तो शासन को राजस्व की, जनता को किराए एवं समय की बहुत बचत होगी। उन्होंने कहा कि साबरमती एक्सप्रेस अहमदाबाद से बनारस-दरभंगा जाती है, इस ट्रेन का संचालन भी भिण्ड इटावा होकर किया जाना चाहिए और ग्वालियर-बरौनी मेल जोकि काफी लंबा चक्कर लगाकर संचालित की जा रही है, अगर इसे भिण्ड इटावा होते हुए डायवर्ट किया जाए तो रेल प्रबंधन को राजस्व एवं समय की बहुत बचत होगी। उन्होंने डीआरएम से कहा कि भिण्ड का विकास तभी संभव है जब भिण्ड रेलवे स्टेशन पर सुविधाएं विकसित की जाएं और नवीन ट्रेनों का संचालन बढ़ाया जाए। इस अवसर पर प्रतिनिधि मण्डल के रूप में मनोज जैन, प्रतीक पाण्डे, शिवम दुबे, गोपाल सोनी, पारस थापक, शनि राजावत, रमाकांत कांकर, विवेक व्यास, ऋषभ शर्मा, अम्बेश थापक, प्रहलाद भदौरिया सहित कई समाजसेवी युवा मौजूद रहे।