भिण्ड, 19 फरवरी। शासन की अमृत सरोवर योजना के तहत भिण्ड जिले में अनेक नए अमृत सरोवर बनकर तैयार किए गए हैं। इन अमृत सरोवर से अनेक हैक्टेयर से अधिक असिंचित भूमि को भी सिंचाई सुविधा उपलब्ध हो गई है।
भिण्ड जिले की जनपद पंचायत गोहद की ग्राम पंचायत बरौना में नवीन तालाब ग्राम एमनपुरा में वर्ष 2019-20 में मनरेगा योजना के तहत स्वीकृत किया गया जिसकी स्वीकृत राशि 14.78 लाख है। तालाब का कैचमेन्ट एरिया लगभग 1.5 वर्ग किमी है, जिसकी जल भराव क्षमता लगभग 35 हजार घन मीटर है, इस कार्य पर लगभग 100-110 मजदूरों द्वारा कार्य किया गया। इसमें 4545 मानव दिवस सृजित हुए। इस तालाब के निर्माण से गांव के हैण्डपंपों के जल स्तर में उल्लेखनीय वृद्धि हुई। ग्राम एमनपुरा में हैण्डपंपों में 150 फुट पाईप लगते थे, लेकिन अब 100-120 फुट पर ही हैण्डपंप सुचारू रूप से पेयजल ग्रामीण जनता को उपलब्ध करा रहे हैं। इस तालाब में भरे हुए पानी से लगभग 20-25 हेक्टयर जमीन में सिंचाई की गई और फसल का उत्पादन हो रहा है। ये तालाब रिवाईन क्षेत्र में बनाया गया है जहां वर्षा जल का बहाव बहुत तेज होने के कारण जमीन का कटाव हुआ करता था जो इस तालाब के निर्माण से अब कटाव नहीं हो रहा है। इस कार्य को देखकर अन्य पंचायतें भी इस तरीके के कार्य करने के लिए प्रेरित हुई हैं। विकास यात्रा अंतर्गत ग्रामीणजनों ने बताया कि अमृत सरोवर योजना ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में तालाबों के संरक्षण के लिए मील का पत्थर साबित हो रही है। तालाबों के माध्यम से जल संरक्षण होने से क्षेत्र में घटते जलस्तर को रोकने में भी बहुत हद तक मदद मिलेगी।
अमृत सरोवर के आस-पास से लगी किसानों की भूमि सिंचित होगी तो वे एक फसल के स्थान पर तीन फसल का लाभ ले सकेंगे। इससे उनकी आय में बढ़ोतरी होगी और पशुओं व वन्य प्राणियों के पीने के लिए पानी भी उपलब्ध हो सकेगा। आस-पास के कुओं तथा बोरवेल रिचार्ज होंगे और भूमिगत जल स्तर में बढ़ोतरी होगी। अमृत सरोवर का सिंचाई के साथ मछली पालन, सिंघाड़ा की खेती जैसे व्यवसायिक उपयोग भी किया जाएगा और बड़ी संख्या में रोजगार भी सृजित होंगे।