चंबल के लोग वैसे नहीं हैं जैसा कि सुनते थे : अभिनेत्री प्रीति झंगियानी

भिण्ड, 12 फरवरी। फिल्म अभिनेत्री प्रीति झंगियानी ने कहा कि जैसा अब तक देखते, सुनते और पढ़ते आ रहे थे, चंबल के लोग वैसे नहीं हैं। यहां के लोग सम्मान बहुत देते हैं। उन्होंने कहा कि यहां बदलाव आया है। सरकार लगातार विकास की ओर अग्रसर है। चंबल का लगातार विकास हो रहा है। खेल के साथ-साथ यहां के लोग कलाप्रेमी भी हैं। चंबल में अटेर महोत्सव एक अच्छी पहल है। ऐसे आयोजनों से क्षेत्र का विकास होता है और कला प्रेमियों को मंच मिलता है, जिससे भी अपनी प्रतिभा को बखूबी ढंग से दिखाते हैं। उन्होंने यह भी कहा की चंबल में महिलाएं और बच्चियों की शिक्षा पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। यहां के लोग जागरूक हैं।
अटेर महोत्सव में एक्टर प्रवीण डबास ने कहा कि चंबल के बारे में जो अब तक कहते सुनते देखते आए हैं कि चंबल में डकैतों के घोड़े दौड़ते हैं लेकिन अब बीहड़ों के बीच घोड़ों की जगह युवा दौड़ रहे हैं, एथलेटिक्स प्लेयर बन रहे हैं। चंबल की धरती में युवाओं को स्पोर्ट्स के क्षेत्र में अच्छा स्कोर देखने को मिलता है। उन्होंने कहा कि चंबल में वो सब कुछ देखने को मिलता है। जो दूसरी जगह नहीं दिखता है। फिल्म बनाने से लेकर कैरियर बनाने के सभी संसाधन इस क्षेत्र में हैं। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि वैसे चंबल में डकैत है नहीं। जो लोग बंदूक लेकर चलते हैं। लोग बंदूक को छोड़ें और पंजा लड़ा कर करियर बनाएं।