महात्मा गांधी को राष्ट्रपिता की उपाधि नेताजी ने दी

एसएफआई ने मनाई नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की जयंती

भिण्ड, 23 जनवरी। स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया ने सोमवार को नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की जयंती उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर मनाई।
इस अवसर पर एसएफआई के पूर्व राज्य सचिव एवं सीटू जिला महासचिव अनिल दौनेरिया ने कहा कि स्वाधीनता आंदोलन के जननायक नेताजी सुभाष चन्द्र बोस 1944 में देश की आजादी के लिए महात्मा गांधी से एकजुट होकर लडऩे का आह्वान अपने रेडियो प्रसारण मे जापान में किया। उस समय सुभाष चन्द्र बोस ने महात्मा गांधी को राष्ट्रपिता कहकर सम्मानित किया था, 23 जनवरी 1897 को जानकीनाथ बोस के घर पार्वती बाई की कोख में कटक उडि़सा में सुभाष चन्द्र बोस का जन्म हुआ। पिता उच्च न्यायालय में वकील होने के कारण नेताजी का परिवार शिक्षित था उच्च पद की नौकरी छोड़कर नेताजी स्वाधीनता आंदोलन के जन नायक थे। आजाद हिन्द फौज ने विश्व स्तर पर पहली महिला बिग्रेड बनाई थी, जिसकी कैप्टन लक्ष्मी सहगल थीं। फौज की जिस टुकड़ी ने भारत को आजाद कराने के लिए आगे बढ़ी थी, उसका नेतृत्व कैप्टन शाहनवाज ने किया था। कार्यक्रम में अरविन्द प्रजापति, अंकुश केवट, ध्रुव पाराशर, सचिन कौशल, अनमोल, सीटू जिला अध्यक्ष विनोद सुमन आदि उपस्थित रहे।