कड़ी मेहनत ही सफलता की कुंजी है : सांसद संध्या राय

जिले में बोर्ड परीक्षा पूर्व तैयारी विषय पर कैरियर काउंसलिंग का आयोजन

भिण्ड, 07 जनवरी। हाईस्कूल और सेकेण्ड्री परीक्षा पूर्व तैयारी विषय पर कैरियर काउंसलिंग का आयोजन कलेक्ट्रेट सभागार भिण्ड में किया गया। इस दौरान भिण्ड-दतिया सांसद श्रीमती संध्या राय, सेवानिवृत संयुक्त संचालक आरके उपाध्याय (एलुमनी), सेवानिवृत डीपीसी डीपी शर्मा (एलुमनी), जिला शिक्षा अधिकारी हरिभुवन सिंह तोमर सहित अन्य अधिकारी एवं अपर संचालक लोक शिक्षण डीएस कुशवाह, संयुक्त संचालक लोक शिक्षा संभाग ग्वालियर डॉ. दीपक कुमार पाण्डेय, प्राचार्य सुभाष उत्कृष्ट उमावि भोपाल सुधाकर पाराशर वर्चुअली उपस्थित रहे। कैरियर काउंसलिंग अंतर्गत छात्र-छात्राओं को हाईस्कूल और हायर सेकेण्ड्री परीक्षा की भय मुक्त एवं तनाव मुक्त तैयारी हेतु उपाय बताए गए।
इस अवसर पर सांसद श्रीमती संध्या राय ने कहा कि सर्वप्रथम हमें अपने जीवन का लक्ष्य निर्धारित करना चाहिए। जिससे हम अपना लक्ष्य प्राप्त कर सकें। कड़ी मेहनत से आप अपना मनचाहा लक्ष्य हासिल कर सकते हैं। बोर्ड परीक्षा की तैयारी करते समय सभी विषयों को बराबर समय दें। समय प्रबंधन कर सभी विषयों की पढ़ाई करें, ताकि सभी की तैयारी हो सके। उन्होंने कहा कि छात्र जीवन सभी के जीवन का सबसे सुनहरा पल होता है। इस पल का सदुपयोग करना चाहिए। अपने जीवन में लक्ष्य बनाकर उसकी प्राप्ति के लिए जीतोड़ मेहनत करना चाहिए। आज की गई मेहनत सारे जीवन भर आपको आनंद और सुकून प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि हमें यह भी मान लेना चाहिए कि जो हमें पाना है, उसके लिए हमें ही मेहनत करना है। कोई दूसरे की मेहनत आपको सफलता नहीं दिला सकती। उन्होंने कहा कि यह जरूरी नहीं है कि आप दिन में कितने घण्टे पढ़ते हैं। जरूरी यह है कि जितने भी समय पढ़ते हैं, उसमें कितना ध्यान लगाते हैं। ध्यान लगाकर पढ़ी हुई बातें लम्बे समय तक याद रहती हैं। बोर्ड परीक्षाओं से घबराना नहीं चाहिए। पूरे आत्मविश्वास के साथ पढ़ाई करें और परीक्षाओं का सामना करें। अगर आपने मेहनत की है तो कोई कारण नहीं है कि आप असफल होंगे। असफलताएं मिलें भी तो उससे निराश न हों। उससे सीख लें और आगे के लिए और कड़ी मेहनत करें।
सेवानिवृत संयुक्त संचालक आरके उपाध्याय ने कहा कि बोर्ड परीक्षाएं किसी छात्र के बेहतर भविष्य की बुनियाद डालती हैं, इन परीक्षाओं में प्राप्त अंकों के आधार पर अच्छे कोर्स और संस्थान में प्रवेश का रास्ता बनता है। अच्छे अंकों के दबाव में कई बार छात्र तमाम प्रकार की उलझनों में फंस जाते हैं, जिससे साल भर की अपनी तैयारी पर उनका विश्वास डगमगा जाता है। इनका असर परीक्षाओं के परिणाम पर पड़ता है तनाव कभी भी किसी को मनोनुकूल परिणाम नहीं देते, मेहनत और धैर्य से ही बेहतर परिणाम हासिल किया जा सकता है।
सेवानिवृत डीपीसी डीपी शर्मा ने कहा कि परीक्षा और इसके परिणाम को लेकर हमेशा सकारात्मक रहें और इसे लेकर अपने दिमाग पर अधिक दबाव न डालें। खुद पर विश्वास रखें और यह सोचें कि जब आपने ईमानदारी से इतनी मेहनत की है या कर रहे हैं तो परिणाम भी अच्छे आएंगे।