मनोज कुमार विसारिया को मिली पीएचडी की उपाधि

भिण्ड, 07 जनवरी। जिले के ग्राम पानसिंह का पुरा (नुन्हाटा) निवासी मनोज कुमार विसारिया को जीवाजी विश्वविद्यालय द्वारा पीएचडी की उपाधि प्रदान की गई। उन्होंने ‘आदिवासी कथा साहित्य में अस्तित्व और अस्मिता अभिव्यक्ति (20वीं सदी के अंतिम दो दशक एवं 21वीं सदी के विशेष संदर्भ में)’ शीर्षक से अपना शोध-प्रबंध प्रस्तुत किया है।
जानकारी के अनुसार गत 30 दिसंबर 2022 को जीवाजी विश्वविद्यालय ग्वालियर से मनोज कुमार विसारिया का पीएचडी (डॉक्टर ऑफ फिलॉसपी) का वायवा संपन्न हुआ। उन्होंने सत्र 2018 से 2022 के बीच प्रो. डॉ. राजरानी शर्मा (अध्यक्ष ‘हिन्दी विभाग’ शा. कमला राजा कन्या महाविद्यालय ग्वालियर) के निर्देशन में ‘आदिवासी कथा साहित्य में अस्तित्व और अस्मिता अभिव्यक्ति (20वीं सदी के अंतिम दो दशक एवं 21वीं सदी के विशेष संदर्भ में)’ शीर्षक से अपना शोध-प्रबंध प्रस्तुत किया है। मूलत: पानसिंह का पुरा (नुन्हाटा) भिण्ड निवासी मनोज विसारिया इससे पूर्व जीवाजी विवि ग्वालियर की भाषा अध्ययन शाला से ‘दलित साहित्य में सामाजिक समन्वय’ विषय हिन्दी से 2016 में एमफिल की उपाधि भी प्राप्त कर चुके हैं। युवा साहित्यकार प्रो. जितेन्द्र विसारिया के अनुज मनोज विसारिया को उनकी इस महत्वपूर्ण उपलब्धि पर उनके परिजनों और इष्ट-मित्रों ने बधाई और शुभकामनाएं प्रेषित की हैं।