भिण्ड, 07 जनवरी। शासकीय महाविद्यालय मेहगांव की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा शीत कालीन सात दिवसीय शिविर के पांचवे दिन की शुरुआत दैनिक दिनचर्या योगा एवं कसरत की क्रियाओं से हुई। परियोजना कार्य में नशामुक्ति पर स्वयं सेवकों ने नुक्कड़ नाटक कर आज के युवाओं को नशा के प्रति जागरुकता का संदेश दिया। नशा से पीडि़त परिवार को सामाजिक, आर्थिक और मानसिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। नशा वर्तमान समय की बहुत बड़ी समस्या बनता जा रहा है।
बौद्धिक सत्र में मुख्य अतिथि जीवाजी विश्वविद्यालय से राष्ट्रीय सेवा योजना के समन्वयक डॉ. रविकांत अदालत वाले, ग्वालियर-चंबल संभाग के जिला संगठक डॉ. मनोज अवस्थी एवं माधव कॉलेज के वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी डॉ. संजय पाण्डे का शिविर में आगमन हुआ।
डॉ. संजय पाण्डे ने अपने उद्बोधन में शिविर की गतिविधियों को व्यक्तित्व विकास की प्रथम सीढ़ी बताया और सभी स्वयं सेविकाओं के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए आशीर्वाद भी दिया। मनोज अवस्थी ने ‘जय जगत, पुकारे जाÓ गीत गाकर सभी स्वयं सेवको के अंदर राष्ट्रीय भाव जागृत कर उत्साहित किया। अंत में समन्वय ने अपने उद्बोधन में महिला सशक्तिकरण की बात करते हुए कहा कि सभी स्वयंसेवकों को आत्मनिर्भर बनने के लिए आत्मविश्वास को दृढ़ करना होगा, तभी समाज में डरकर नहीं सम्मान के साथ अपनी पहचान बनाकर आगे बढ़ती रहोगी। अनेक उदाहरणों द्वारा सभी स्वयंसेवकों को मार्गदर्शन कर शिविर की प्रशंसा करते हुए सभी बेटियों को ज्जवल भविष्य की कामना करते हुए अपना आशीर्वाद दिया। सात दिवसीय शिविर का आयोजन प्राचार्य आरके डबरिया के निर्देशन में रासेयो कार्यक्रम अधिकारी गिरिजा नरवरिया द्वारा आयोजित किया जा रहा है। मंच संचालन अवधि चतुर्वेदी समूह द्वारा किया गया। कार्यक्रम में श्रीमती वंदना श्रीवास्तव, पुरुषोत्तम सिंह तोमर, प्रो. दुर्गेश गुप्ता, डॉ. हर्षद मिश्रा आदि का सहयोग प्राप्त रहा।