भिण्ड, 14 दिसम्बर। लोकतांत्रिक व्यवस्था होने के बावजूद देश और प्रदेश में राजनीति का स्तर इस हद तक गिर जाएगा यह कभी सोचा भी नहीं था। विपक्ष को पूरी तरह समाप्त करने के लिए न सिर्फ नए-नए हथकण्डे अपनाएं जा रहे है, वरन षडय़ंत्र भी रचे जा रहे है।
मप्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविन्द सिंह ने जारी बयान में कहा है कि केन्द्र और प्रदेश में जब से भाजपा सत्ता में आई है, तब से राजनीति का ताना बाना ही बदल गया है। विपक्ष को दुश्मन समझने लगे हैं, बोलने पर भी प्रतिबंध लगाया जा रहा है। अब तो हालत यह हो गई है कि विपक्ष यदि भाजपा के खिलाफ भी बोल गया तो राष्ट्रद्रोही हो जाता है, यानी भाजपा और उसके नेता ही अब स्वयंभू राष्ट्रभक्त बने बैठे हैं, बांकी के राष्ट्रद्रोही है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि पूर्वमंत्री राजा पटेरिया के भाषण का आधा हिस्सा दिखाकर उन्हें दोषी मान लिया और बिना इंवेस्टिगेशन के एफआईआर भी दर्ज हो गई और गिरफ्तारी भी हो गई। प्रधानमंत्री के यहां अपने नंबर बढ़वाने के लिए आनन-फानन में प्रकरण भी दर्ज हो गया और गिरफ्तारी भी। पटेरिया के भाषण की अगली लाइन (इन द सेंस हराओं) को सुना कर अनसुना किया गया, वे किस संदर्भ में बोल रहे थे और उनका मकसद जाने बिना ही सत्ता के मद में चूर सत्ताधारियों ने एफआईआर करा दी। जबकि वे माफी भी मांग चुके थे।
नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविन्द सिंह ने कहा कि प्रदेश में लगभग 18 साल से भाजपा सत्ता में है भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है, कौन क्या कर रहा है ये किसे नहीं पता। लेकिन न तो किसी के यहां इनकम टैक्स का छापा गिरा और न अन्य किसी एजेंसी का। जिनके यहां छापे गिरे और वे भाजपा में शामिल हो गए तो एकदम पाक साफ हो गए। आज भाजपा ऐसी गंगोत्री हो गई है कि उसमें जाते ही सारे पाप धुल जाते हैं। डॉ. गोविन्द सिंह ने कहा कि लोकतंत्र की ऐसी धज्जियां उड़ती पहली बार देख रहा हूं। भाजपा के नेताओं में सुनने की शक्ति समाप्त हो चुकी है। दिनों दिन हालात बद से बदतर होते जा रहे है। पक्ष और विपक्ष, लोकतंत्र के दो पहिये होते हैं, लेकिन विपक्ष के पहिये को ही तोड़ा जा रहा है। यदि सत्ता में बैठे लोग विपक्ष को नेस्तनाबूद करने का ऐसा ही षडय़ंत्र रचते रहे तो देश में व्यापक जन आंदोलन खड़ा हो जाएगा। इस देश में एक सीमा तक ही लोग सहन करते है। जब सहनशीलता सीमा से ऊपर चली जाएगी तो लोग सड़कों पर उतरने को मजबूर हो जाएंगे और यहां के हालात भी श्रीलंका जैसे हो जाएंगे।
डॉ. गोविन्द सिंह ने आगे कहा कि जितनी तत्परता राजा पटेरिया के मामले में सत्तारूढ़ भाजपा ने दिखाई है, ऐसी तत्परता गोड़से को पूजने वालों और गोड़से का मन्दिर बनाने वालों के खिलाफ कभी नहीं दिखाई गई। सरकार निष्पक्ष कार्रवाई की पक्षधर है तो माननीय न्यायालय के आदेश के बाद विधायक जजपाल सिंह जज्जी और राहुल लोधी के विरुद्ध कार्रवाई करके दिखाए।