बाढ़ प्रभावितों को दी जाने वाली राहत के कार्यों में तेजी लाएं

वर्चुअल मीटिंग में चंबल कमिश्नर ने कलेक्टर को दिए निर्देश

भिण्ड, 13 अगस्त। चंबल संभाग के कमिश्नर आशीष सक्सेना ने चंबल-ग्वालियर संभाग के कलेक्टरों को निर्देश दिए हैं कि बाढ़ से प्रभावितों को दी जाने वाली राहत के कार्यों में तेजी लाएंं। फसल सर्वे के कार्य अतिशीघ्र पूर्ण करें। वे शुक्रवार को वर्चुअल मीटिंग लेकर कलेक्टरों को निर्देश दे रहे थे।
भिण्ड कलेक्टर डॉ. सतीश कुमार एस ने बताया कि बाढ़ में आंशिक नुकसान ज्यादा है। वास्तविक क्षति का आकंलन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जहां लोग दूसरी जगह शिफ्ट होना चाहते हैं। उनके लिए जगह चिन्हित की जा रही है। ऐसे लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिया जाएगा। कलेक्टर ने कहा कि बाढ़ का सर्वे कार्य चल रहा है। तात्कालीक राहत राशि का वितरण भी जारी है। कमिश्नर आशीष सक्सेना ने कलेक्टरों सहित सभी राजस्व अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे राजस्व परिपत्र अधिनियम 6(4) के नियमों के तहत ही राहत राशि का वितरण करें। नियमों को अच्छी तरह से पढ़ ले, समझ ले। उन्होंने बाढ़ प्रभावित कार्यों में लगे अधिकारी/ कर्मचारियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि वास्तव में आम जनता के सहयोग से अधिकारी एवं कर्मचारियों ने बहुत मेहनत की है।
कमिश्नर ने कहा कि राहत राशि का वितरण पूरी पारदर्शिता के साथ किया जाए। फसल सर्वे का सबसे पहली प्राथमिकता दी जाए, अन्य क्षतिग्रस्त ग्रामों का भी सर्वे प्राथमिकता के साथ जितनी जल्दी हो सके किया जाए। लोगों में किसी भी तरह का आक्रोश नही बढऩा चाहिए। जिन जिलों में खाद्यान वितरण नही हुआ है। वहां शीघ्र कैम्प लगाकर राहत राशि, खाद्यान वितरण का वितरण सुनिश्चित करें। जो गांव सर्वे से छूट गए हंै, उनका सर्वे भी शीघ्र करें। कमिश्नर ने कलेक्टरों से कहा कि जिन तहसीलदारों, नायब तहसीलदारों के स्थानांतरण आपके जिलो में हुए है, उन्हें तत्काल जोइन कराए। जोइन नहीं करने की स्थिति में मुझे बताएं। राहत कार्यों में किसी भी तरह का विलंब नहीं होना चाहिए। जिन पशुओं का पोस्ट मार्टम हो चुका हैं, उन्हें तत्काल राहत राशि दी जाए।