क्षमा, वाणी से नहीं बल्कि हृदय से भी मांगना चाहिए : विश्रांत सागर

क्षमावाणी पर्व पर बैण्डबाजों के साथ निकली श्रीजी की भव्य शोभायात्रा

भिण्ड, 11 सितम्बर। श्री 1008 आदिनाथ दिगंबार जैन चैत्याालय मन्दिर में विराजमान आचार्य श्री 108 विश्रांत सागर महाराज के ससंघ सानिध्य में दशलक्षण पर्व के समापन के पश्चात क्षमावाणी पर्व के अवसर पर श्रीजी की शोभायात्रा बैण्डबाजों के साथ किला गेट से श्रीजी को रथ में विराजमान कर अतिउत्साह के साथ निकाली गई। शोभायात्रा बजरिया, गोल मार्केट, सदर बाजार, परेड चौराहा, पुस्तक बाजार, भूता बाजार होते हुए कीर्तिस्तंभ जैन मन्दिर पहुंची। श्रृद्धालुओं ने जगह-जगह भगवान की आरती एवं आचार्यश्री के पाद प्रक्षालन कर स्वागत किया। साथ में चल रहे भक्तों के लिए जगह-जगह स्वल्पहार एवं शरबत की व्यवस्था समाज के संगठनों द्वारा की गई थी।


जानकारी देते हुए मनोज जैन ने बताया कि भारत वर्ष में क्षमावाणी पर्व के अवसर पर सकल दिगंबर जैन समाज द्वारा देश-प्रदेश के जैन मन्दिरों में क्षमावाणी पर्व बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। प्रात:कालीन सभा में बाहुबली जैन मन्दिर कमेटी, परेड जैन मन्दिर कमेटी, नसिया जी, परमागम मन्दिर, बजरिया, अटेर रोड जैन मन्दिर कमेटियों द्वारा भगवान की शोभायात्रा सुबह 10 बजे निकाली गई, जो नगर भ्रमण करते हुए अपने अपने स्थानों पर पहुंची। जहां पर भगवान का महामस्तकाभिषेक, पूजन आदि किया एवं दोपहर की सभा में किला गेट से श्रीजी की भव्यर शोभायात्रा आचार्य विश्रांत सागर महाराज के सानिध्य में निकाली गई, जो नगर भ्रमण करते हुए कीर्तिस्तंभ परिसर पहुंची। वहां पर क्षमावाणी पर्व मनाने के लिए बड़ी संख्या में श्रृद्धालुगण, नेता और अनेकों संस्थाओं से जुड़े अनेक लोग उपस्थित थे। इस अवसर पर लोग एक-दूसरे को गले लगाकर पूर्व में जाने-अनजाने में हुई गलतियों के लिए क्षमा मांग रहे थे, साथ ही एक दूसरे को तिलक लगाकर अभिवादन कर रहे थे।
इस अवसर पर आचार्य श्री विश्रांत सागर महाराज ने कहा कि आज का यह क्षमावाणी पर्व का पावन दिन पर हम सभी एक दूसरे को क्षमा भाव कह कर क्षमा मांगते हैं। क्षमा, वाणी से नहीं बल्कि हृदय से भी मांगना चाहिए और क्षमा करना चाहिए। साधु संत तीन समय प्रतिक्रमण करके उत्तम क्षमा धर्म का पालन करते हैं। इसमें एक इन्द्रिय से लेकर पांच इन्द्रिय तक वे क्षमा मांगते हैं। उन्होंने कहा कि भिण्ड का नाम देश के अनेकों प्रांतों में बड़ी श्रृद्धा के साथ लिया जाता है, क्योंकि यहां पर कई जैन संतों ने जन्म लेकर इस धरा को पावन किया है, जो देश में जैन दर्शन की प्रभावना कर रहे हैं।
इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ जेके जैन, डिप्टी कलेक्टर पराग जैन, रविसेन जैन, प्रमोद जैन, मुकेश जैन, अमित जैन डिम्पी, विनोद जैन, जगदीश जैन, राजेन्द्र जैन बिल्लू, अशोक जैन बिजपुरी, दिनेश जैन, नवीन जैन, विमल जैन, रतनलाल जैन, महेन्द्र जैन, प्रभाष जैन, यश जैन, मनोज जैन, मनीष लोहिया, अशोक महामाया, महेन्द्र शास्त्री सहित बड़ी तादात में लोग उपस्थित थे।