स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रगान गाने का मौका नहीं देने पर विवाद

छात्राएं बैठीं धरने पर, मांगी दुव्र्यवहार करने वाले शिक्षकों से आजादी

भिण्ड, 16 अगस्त। फूफ में एकीकृत शाला शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की छात्राएं शिक्षकों के दुव्र्यवहार से आजादी की मांग को लेकर शाला परिसर में धरने पर बैठ गई। मामला स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में राष्ट्रगान को लेकर है, स्कूल स्टाफ के साथ सभी छात्र छात्राएं ध्वजारोहण समारोह के लिए एकत्रित हुए थे, लेकिन शिक्षकों के व्यवहार से नाराज छात्राएं स्कूल परिसर में ही धरने पर बैठ गईं। छात्राओं ने विरोध प्रदर्शन के समय हाथों में तख्ती लिए हुए थीं, जिस पर लिखा था कि ‘शिक्षकों के दुव्र्यवहार से आजादी की मांग’ ‘कब तक नहीं सुनी जाएगी हमारीÓ छात्राओं ने शांति पूर्ण धरना प्रदर्शन किया।


धरने पर बैठी छात्राओं से जब विरोध प्रदर्शन के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि स्वतंत्रता दिवस पर जिन छात्राओं के नाम राष्ट्रगान और सरस्वती वंदना के लिए लिखे गए थे, उन छात्राओं की जगह दूसरी छात्राओं से राष्ट्रगान कराया गया। वहीं स्कूल की शिक्षिका ने सरस्वती वंदना की। इससे हमें बुरा लगा, इसलिए हम सभी छात्राएं विरोध कर रहे हैं। जब छात्राओं से पूछा कि क्या आपने इसकी शिकायत अपने प्रिंसिपल से की, तो छात्राओं ने बताया कि हमने किसी को नहीं कहा जब हमारा नाम लिखा था लेकिन राष्ट्रगान के लिए किसी और के नाम अनाउंस किए गए, तो हम सभी विरोध करने के लिए धरने पर बैठ गए।
वहीं जब इस संबंध में विद्यालय के हेड मास्टर से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मेरे संज्ञान में कोई सूचना नहीं आई है और न ही किसी बच्चे ने इसकी मुझसे कोई शिकायत की है, किसी ने मना नहीं किया है। राष्ट्रगान हुआ है, झण्डा वंदन के बाद फिर भी यदि किसी छात्रा के साथ दुव्र्यवहार हुआ तो इसमें जो भी दोषी होगा, उस पर कार्रवाई करेंगे।