शिवरात्रि को शहर में निकलेगी भगवान शिव की भव्य बारात

गौरी सरोवर के किनारे महाकालेश्वर मन्दिर से शुरू होगी शिव बारात एवं शोभायात्रा

भिण्ड, 27 फरवरी। महाशिवरात्रि के अवसर पर भिण्ड शहर में हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी शिव बारात का भव्य आयोजन किया जा रहा है। यह शिव बारात गौरी सरोवर के तट पर स्थित महाकालेश्वर मन्दिर से एक मार्च को दोपहर तीन बजे से शुरू होगी। भगवान भोलेनाथ एक दिव्य पालकी में सवार होंगे। पालकी को श्री गिरधारी मठ आश्रम चिलोंगा धाम के महंत श्रीश्री 1008 अवधूत हरीनिवास महाराज रवाना करेंगे।
जानकारी देते हुए शिव बारात आयोजन समिति की ओर से समाजसेवी श्याम नारायण बाजपेई और डॉ. रमेश दुबे ने बताया कि शिव बारात के आयोजन के संबंध में शनिवार को गौरी सरोवर तट पर स्थित काली माता मन्दिर पर आयोजन समिति की बैठक का आयोजन किया गया। इसमें गिरधारी मठ आश्रम चिलोंगाधाम के महंत अवधूत हरीनिवास महाराज, भिण्डी ऋषि मन्दिर के महंत महाराज, काली माता मन्दिर के महंत महाराज सहित नगर के कई गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। बैठक में बारात के आयोजन को भव्य और दिव्य बनाने पर विचार विमर्श किया गया। इस बार बारात में लगभग एक दर्जन रथ बग्गियों पर विभिन्न झांकियों का प्रदर्शन होगा। बारात के साथ नौ बैंड भी चलेंगे। इस समारोह में भगवान परशुराम की सजीव झांकी भी शामिल की जाएगी। बारात गौरी सरोवर के किनारे से शुरू होकर चंदू की तिवरिया नई आबादी होते हुए शास्त्री चौराहा से परेड चौराहा की तरफ रवाना होगी। परेड चौराहा से सदर बाजार गोल मार्केट होते हुए किला रोड से वनखण्डेश्वर मन्दिर तक पहुंचेगी। जहां देर रात को भगवान शिव और पार्वती का प्रतीकात्मक विवाह संपन्न होगा। शिव बारात का शहर में जगह-जगह नगर वासियों द्वारा स्वागत सत्कार किया जाएगा।
यहां बता दें कि इस शिव बारात को देखने के लिए महाशिवरात्रि के दिन हजारों लाखों की संख्या में नगर वासी सड़कों पर जमा होते हैं तथा बारात के समापन तक बारात के साथ चलते हैं। इस दौरान नगर में चहल पहल और रौनक देखते ही बनती है। इस बारात को देखने के लिए भिण्ड जिले ही नहीं आसपास के अन्य नगरों से भी श्रृद्धालु भिण्ड पहुंचते हैं। बारात के आयोजन से पूर्व जिला प्रशासन भी इसे सफल बनाने के लिए आवश्यक इंतजामात करता है।