कड़ाके की सर्दी में बरसते पानी के बीच हुई राम कथा

गौरी किनारे शनि मन्दिर पर आयोजित रामकथा के आठवें दिन राम-हनुमान मिलन की सुंदर रसिक कथा का वाचन किया

भिण्ड, 06 जनवरी। प्रथम भगति संतन कर संगा, दूसरी रति मम कथा प्रसंगा।। राम चरित्र मानस की चौपाई का सुंदर गायन करते हुए कथा वाचक देवेन्द्र आचार्य ने भगवान श्री रामद्वारा भक्त शबरी को नवधा भक्ति का संदेश दिया गया। जिसमें पहली भक्ति संतो का संग और दूसरी भक्ति भगवान की कथा में अनन्य प्रेम करना बतलाया गया।


रामकथा के आठवें दिवस मौसम बिगडऩे के कारण नियत समय दोपहर 12 से कथा प्रारंभ नहीं हो सकी, लेकिन जब कुछ महिला-पुरुष भक्तगण बरसते पानी में कथा स्थल पर पहुंचे तो पं. देवेन्द्र आचार्य और उनकी मण्डली द्वारा बरसते पानी के बीच व्यवस्थाएं करके कथा प्रारंभ की गई। गत रोज कथा के सप्तम दिवस भगवान श्रीराम की कथा में सीता हरण की कथा के साथ-साथ एक प्रसंग वश राधा कृष्ण की झांकी भी सजाई गई। झांकी सजाने के लिए वृंदावन धाम के रासाचार्य व देवी जागरणकर्ता रामनाथ और राजेन्द्र वृन्दावन धाम से विशेष रूप से पधारे हैं। कथा में शनि मन्दिर के पुजारी पं. विशाल मिश्रा उपस्थित रहे।