भिण्ड, 13 जुलाई। शहर के कुम्हरौआ रोड पर स्थित गायत्री प्रज्ञापीठ पर गुरू पूर्णिमा महोत्सव का आयोजन धूमधाम से किया गया। इस अवसर पर साधकों ने सामूहिक रूप से गायत्री मंत्र अखण्ड जाप व गायत्री मंत्र लेखन का कार्य पूर्ण कर शाम शाम को दीपयज्ञ कार्यक्रम संपन्न किया।
कार्यक्रम का आयोजन जिला समन्वयक सतेन्द्र सिंह राजावत के मार्गदर्शन में अखिल विश्व गायत्री परिवार भिण्ड द्वारा किया गया। गुरू पूर्णिमा के अवसर पर गुरुदेव व माताजी का पूजन कार्यक्रम सनातनी एवं ऋषि परंपरानुसार संपन्न किया गया। कार्यक्रम में गुरू दीक्षा, नामकरण एवं पट्टी पूजन संस्कार विधि पूर्वक कराए गए। साधकों द्वारा अगले दिवस से 40 दिन के अनुष्ठान एवं प्रत्येक रविवार को किसी एक घर में यज्ञ संपन्न कराने का संकल्प लिया गया।
इस अवसर पर जिला समन्वयक सत्येन्द्र सिंह राजावत बोस ने अपने उद्वोधन में साधकों से गुरुदेव की निर्मित योजनाओं के अनुरूप कार्य करने हेतु समयदान देने पर जोर दिया एवं पर्यावरण की सुरक्षा को लेकर भी चिंता व्यक्त की व इस वर्षात में अधिक से अधिक पौधे लगाने का संकल्प दिलाया। उन्होंने कहा कि मनुष्य और वृक्षों का संबंध अटूट है। वृक्ष, मनुष्य के जीवन के लिए आवश्यक ऑक्सीजन प्रदान करते हैं और वायु को शुद्ध करते हैं। वे फल, फूल, लकडी और छाया जैसी कई चीजें देते हैं। भारतीय संस्कृति में वृक्षों को पवित्र माना जाता है और उनका सम्मान किया जाता है। सभी साधक धर्मप्रेमी भाई-बहिन व उपस्थित समुदाय ने उक्त धार्मिक आयोजन उपरांत भोजन प्रसादी ग्रहण की। गुरू पूर्णिमा पर सभी भाई बहन कार्यक्रम में भाग लेकर सूक्ष्म सत्ता आशीर्वाद के भागीदार बने।