पृथ्वी एवं मानव जाति की उत्पत्ति व विकास की अनूठी जानकारियां उपलब्ध हैं म्यूजियम में
डायनासोर का अण्डा भी देखा जा सकता है म्यूजियम में
राज्यपाल पटेल, मुख्यमंत्री डॉ. यादव, केन्द्रीय मंत्री सिंधिया व दुबे एवं विस अध्यक्ष तोमर सहित अन्य जनप्रतिनिधि हुए कार्यक्रम में शामिल
ग्वालियर, 15 दिसम्वर। उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने ग्वालियर में देश के पहले जियो साइंस म्यूजियम (भू-विज्ञान संग्रहालय) का रविवार को उदघाटन किया। ग्वालियर के ऐतिहासिक महाराज बाड़ा पर हैरीटेज बिल्डिंग विक्टोरिया मार्केट में स्थापित अत्याधुनिक जियो साइंस म्यूजियम के उदघाटन अवसर पर मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, केन्द्रीय संचार व पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, केन्द्रीय कोयला व खान राज्यमंत्री सतीश चंद्र दुबे, विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर, ग्वालियर जिले के प्रभारी एवं जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट एवं सांसद भारत सिंह कुशवाह भी मौजूद थे। उप राष्ट्रपति की धर्मपत्नी सुदेश धनखड़ जियो साइंस म्यूजियम के उदघाटन कार्यक्रम में विशेष रूप से पहुंचीं।
उप राष्ट्रपति धनखड़ ने पट्टिका का अनावरण कर एवं म्यूजियम के प्रवेश द्वार पर फीता काटकर देश के पहले अत्याधुनिक जियो साइंस म्यूजियम का उदघाटन किया। साथ ही ग्वालियर वासियों को इस अनूठी सौगात की बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। उन्होंने सभी अतिथियों के साथ म्यूजियम की विभिन्न गैलरियों में दर्शाए गए भू-विज्ञान से संबंधित चित्रों, कलाकृतियों एवं जानकारियों को देखा एवं म्यूजियम की सराहना की।
म्यूजियम के उदघाटन के बाद उप राष्ट्रपति धनखड़ ने महाराज बाड़ा पर स्थित वास्तु शिल्प के उत्कृष्ट नमूनों के रूप में खड़ीं ऐतिहासिक इमारतों को भी देखा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव, केन्द्रीय मंत्री सिंधिया एवं विधानसभा अध्यक्ष तोमर ने उप राष्ट्रपति को महाराज बाड़े की इमारतों के शिल्प एवं शैलियों से अवगत कराया। राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद द्वारा ग्वालियर नगर निगम के सहयोग से तैयार किए गए देश के इस पहले अत्याधुनिक एवं अदभुत जियो साइंस म्यूजियम में पृथ्वी की उत्पत्ति, मानव जाति व मानव सभ्यता का विकास व ब्रह्माण्ड से जुड़ीं अनूठी जानकारियां समाहित हैं। म्यूजियम में डायनासोर का अण्डा सहित कीमती वस्तुएं पर्यटकों को देखने के लिए उपलब्ध हैं। यह म्यूजियम भू-विज्ञान से संबंधित बच्चों से लेकर बड़ों तक की जिज्ञासाओं का समाधान उपलब्ध है। साथ ही वैज्ञानिक दृष्टि से भी यह संग्रहालय ज्ञानवर्धक है। पृथ्वी विज्ञान से संबंधित दुर्लभ भू-वैज्ञानिक नमूनों को मल्टीमीडिया डिस्प्ले के जरिए म्यूजियम में दिखाया गया है।
संग्रहालय की एक गैलरी में पृथ्वी की उत्पत्ति व विकास की जानकारी
जियो साइंस म्यूजियम में दो गैलरियों के माध्यम से भू-विज्ञान के बारे में लाइट इफेक्ट के साथ आकर्षक ढंग से जानकारी संजोई गई है। एक गैलरी में पृथ्वी के विकास को दर्शाया गया है, जिसमें उल्लेख है कि पृथ्वी अपने मूल स्वरूप में किस प्रकार आई और कौन-कौन सी चीजों से मिलकर पृथ्वी बनी है। वर्तमान में जो पृथ्वी है, असल में वह कैसी दिखती है। पृथ्वी के भीतर लावा किस तरह से तैयार होता है और ज्वालामुखी फूटने से किस तरह पर्वतों का निर्माण होता है। यह सब जानकारियां बखूबी ढंग से संग्रहालय में दर्शायी गई हैं। यहां आने वाले पर्यटन भूकम्प का अनुभव भी कर सकेंगे। इसके अलावा वायु मण्डल और महासागर के बारे में भी वर्णन है। लाइट इफेक्ट और अत्याधुनिक मशीनी तकनीक से बड़े बखूबी ढंग से यह सब प्रदर्शित किया गया है।
मानव सभ्यता के विकास की गाथा बयां कर रही है दूसरी गैलरी
जियो साइंस म्यूजियम की दूसरी गैलरी में मानव जाति और मानव सभ्यता के विकास को बड़े बखूबी ढंग से प्रदर्शित किया गया है। इसमें यह भी दर्शाया गया है कि धरती पर डायनासोर की उत्पत्ति व विलुप्ति हुई। साथ ही मानव की उत्पत्ति कैसे हुई और कैसे उसका जीवनक्रम आगे बढ़ा। मानव सभ्यता की जीवन शैली में आए बदलाव का यह वर्णन भी दर्शनीय है।
कार्यक्रम में इनकी भी रही मौजूदगी
जियो साइंस म्यूजियम के उदघाटन कार्यक्रम में भारतीय भू-वैज्ञानिक सर्वेक्षण के महानिदेशक असित साहा, संभाग आयुक्त मनोज खत्री, पुलिस महानिरीक्षक अरविंद सक्सेना, कलेक्टर रुचिका चौहान, पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह, नगर निगम आयुक्त अमन वैष्णव एवं जियो लॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के अधिकारीगण भी मौजूद थे।
जयविलास पैलेस पहुंचे उपराष्ट्रपति
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ कार्यक्रम के बाद अपनी धर्मपत्नी के साथ जयविलास पैलेस पहुंचे। जहां उन्होंने दोपहर का भोजन करने के बाद केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया एवं उनकी धर्मपत्नी प्रियादर्शनी सिंधिया के साथ किया महल का दौरा। सादा नेपाली एवं मराठी भोज में विभिन्न प्रकार के व्यंजन परोसे गए, जैसे- नेपाली आलू, बड़ौदा पुलाव, सोल कड़ी, कुरकुरी भिण्डी, लौकी कोफ्ता कढ़ी, श्रीखण्ड आदि। विजिटर बुक में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सिंधिया परिवार के समृद्ध इतिहास की तारीफ की। उन्होंने कहा कि मुझे इस इतिहास के बारे में और ज्यादा जानने, समझने की जिज्ञासा है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री मोहन यादव, राज्यपाल मंगुभाई पटेल एवं विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर भी उपस्थित थे।