आयोजकों पर मामला दर्ज कराने लहार एसडीएम एवं थाने में दिया आवेदन
भिण्ड, 27 जुलाई। अनुसूचित जाति कल्याण मोर्चा द्वारा संत शिरोमणि की यात्रा के आमंत्रण पर में वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप चौराहे की जगह घोडा चौराह लिखने पर क्षत्रीय चेतना मंच ने आपत्ति जताई है और कल जब ये आमंत्रण पत्र जारी हुआ तभी से सोशल मीडिया के माध्यम से क्षत्रिय चेतना मंच द्वारा जमकर इसकी खुले शब्दों में निंदा की गई। उसी तारतम्य में गुरुवार को क्षत्रीय चेतना मंच के अध्यक्ष शैलेन्द्र सिंह राजावत हीरापुरा की अगुवाई में एसडीएम लहार एवं थाना लहार में मामला दर्ज करने हेतु आबेदन सौंपा गया।
आवेदन में कहा गया है कि वीर शिरोमणी महाराणा प्रताप की स्मृति के रूप में वर्ष 2003 में मुख्य सडक मार्ग पर महाराणा प्रताप की ग्वालियर चंबल संभाग की सबसे बडी प्रतिमा की स्थापना की गई थी। जिसको महाराणा प्रताप चौराहा के नाम से जाना जाता है। परंतु आज दिनांक तक कुछ असमाजिक तत्वों द्वारा महाराणा प्रताप चौराहा को घोडा चौराहा के नाम से संबोधित किया जा रहा है, जिससे वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप का अपमान हो रहा है एवं सर्वसमाज के व्यक्ति अपमानित महसूस कर रहे हैं। संत शिरोमणि रविदास की समरसता यात्रा 28 व 29 जुलाई को संपूर्ण भिण्ड जिले में निकाली जा रही है। जिसका आयोजन अनुसूचित जाति कल्याण विभाग द्वारा किया जा रहा है। जिसमें समस्त जिले वासियों को आमंत्रण पत्र भेजे गए हैं। आमंत्रण पत्र पर 29 जुलाई को चतुर्थ पडाव में स्थान लहार घोडा चौराहा नाम से संबोधित किया गया है, जो कि बहुत ही अपमान जनक है। इस प्रकार का कृत्य जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा किया गया है, जो कि माफी योग्य नहीं है एवं आगामी समय में किसी भी सूरत में महापुरुषों का अपमान सहन नहीं किया जाएगा। अगर ऐसा हुआ तो इसके खिलाफ आंदोलन किया जाएगा। उन्होंने निवेदन किया कि संपूर्ण क्षेत्र में महाराणा प्रताप चौराहा के नाम से संबोधित करने हेतु नगर पालिका लहार को मुनादी कराने के लिए आदेशित किया जाए एवं संत शिरोमणि गुरुदेव रविदास जी की समरसता यात्रा के आयोजक एवं जिम्मेदार अधिकारियों पर वैधानिक कार्रवाई करें एवम उक्त कार्यक्रम के आयोजक सार्वजनिक रूप से माफी मांगे और ऐसे कार्यक्रम पर रोक लगाई जाए।
ज्ञापन देने वालों में शैलेन्द्र सिंह हीरापुरा, मोनू तोमर, अनिल सिंह, पुरुषोत्तम सिंह सुंदरपुरा, मानवेन्द्र सिंह, अनमोल सिंह, ज्ञानू चौहान, सौरव सिंह, अजय प्रताप सिंह कौरव, भोलू ठाकुर, रिशु परिहार, जितेन्द्र सिंह, कल्लूसिंह गांध, कल्लू बंथरी, भानु राजावत, पंकज सिंह, छोटूसिंह जगनपुरा, शिब्बू सिंह सहित सैकडों लोग मौजूद रहे।