सभी आश्रमों में श्रेष्ठ है गृहस्थाश्रम : शास्त्री

पचैरा गांव में देवी भागवत कथा प्रारंभ

भिण्ड, 03 अप्रैल। चैत्र नवरात्र के सुअवसर पर पचैरा गांव में देवी भागवत कथा का आयोजन का शुभारंभ हुआ। ग्राम पचैरा मेहगांव से करीब तीन किमी की दूरी पर स्थित है। कथा बाचक पं. राजेश शास्त्री एवं कार्यक्रम आयोजक नवल किशोर दुबे हैं।
देवी भागवत कथा का शुभारंभ कथा वाचक ने गणेशजी पूजन कर मां भगवती की वंदना करते हुए कहा कि गृहस्थाश्रम सभी आश्रमों में श्रेष्ठ है ग्रहस्थ आश्रम के वगैर कोई आश्रम नहीं चल सकता। सभी आश्रमों को गृस्थाश्रम का सहारा लेना पड़ता है इसलिए गृस्थाश्रम सबसे श्रेष्ठ है। इसी ग्रस्थाश्रम में रहते हुए भगवत भक्ति के लिए किए गए साधन मनुष्य को श्रेष्ठ फलदायक सिद्ध होते हैं। उन्होंने कहा कि अपने परिवार का पालन पोषण करते हुए संत सेवा, गौ सेवा, समाज सेवा करते हुए जीवन को सफल बनाने का सत्यनिष्ठा से किया गया सेवा कार्य ही मां भगवती की कृपा से भगवत भक्ति प्राप्त करने का उद्देश्य है। मां भगवती ने समाज और धर्म की रक्षार्थ ही मधु-कैटव जैसे दानवों का वध किया और धर्म की स्थापना कर समाज को स्वतंत्र सिद्ध करते हुए भगवत भक्ति प्राप्त करने व जीवन को गृहस्थाश्रम में रहकर सफल बनाने का सशक्त माध्यम बताया। मनुष्य चाहे तो गहस्थाश्रम में रहकर भगवत भक्ति प्राप्ति कर जीवन का श्रेष्ठ फल प्राप्त करने में सफलता हासिल कर सकता है।