भिण्ड, 05 फरवरी। प्राकृतिक सुंदरता एवं हर्ष का प्रतीक पर्व बसंत पंचमी के अवसर पर शासकीय महाविद्यालय मेहगांव में राष्ट्रीय सेवा योजना के तत्वाधान में बसंत पंचमी पर सरस्वती पूजन का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर प्राचार्य आर के डबरिया ने मां सरस्वती का पूजन एवं माल्यार्पण कर बसंत पंचमी पर्व के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि बसंत का अर्थ होता है। सभी मौसमों का राजा बसंत पंचमी एक ऐसा त्योहार है जो बसंत ऋतु की तैयारी की शुरुआत का प्रतीक है। बसंत पंचमी देवी सरस्वती को समर्पित त्यौहार है जो ज्ञान, भाषा, संगीत और सभी कलाओं की देवी है। उन्होंने बताया कि चारों दिशाओं में सरसों की फसल के पीले फूलों के साथ कृषि के पकने का जश्न मनाते हैं जिसे मां सरस्वती के पसंदीदा रंग से जोड़ते हैं। यह पर्व भारत के अन्य राज्यों में भी बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। खासकर पश्चिम बंगाल बिहार त्रिपुरा और असम राज्यों के साथ-साथ नेपाल में भी यह त्योहार आस्था और भक्ति का प्रतीक है। इस अवसर पर एनएसएस अधिकारी गिरिजा नरवरिया के अलावा स्वयंसेविकाएं एवं समस्त स्टाफ उपस्थित रहा। कार्यक्रम में स्टाफ के सदस्यों ने भी बसंत पंचमी के अवसर पर अपने अपने विचार व्यक्त कर सभी छात्र छात्राओं को महत्वपूर्ण जानकारी से लाभान्वित किया।