– राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने दबोह नगर में निकाला पथ संचलन
भिण्ड, 13 अक्टूबर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने अपने स्थापना दिवस के सौ साल पूर्ण होने पर नगर दबोह में शताब्दी वर्ष पथ संचलन निकाला। सैकड़ों स्वयं सेवक इसके साक्षी बने। नगर के इंटर कालेज परिसर में सभी स्वयं सेवको का एकत्रीकरण हुआ, इसके पश्चात पथ संचलन नगर के झंडा चौक, गणेश चौक, पुरानी हाट, राहुल नगर, कोंच रोड होते हुए इंटर कॉलेज पहुंचा।
मुख्य वक्ता जिला प्रचारक लहार राजपाल सिंह ने अपने उद्वोधन में कहा कि समाज परिवर्तन के लिए शक्ति के साथ संगठन आवश्यक है, जब व्यक्ति के जीवन का लक्ष्य बड़ा होता है तो उसका जीवन सार्थक होता है। जो स्वार्थ के वशीभूत होकर स्वयं के लिए जीता है, उसे ज्यादा लोग याद नहीं रखते और जो समाज के लिए जीता है, कार्य करता है, उसे समाज हमेशा याद रखता है। भारत में रहने वाला हर व्यक्ति हिन्दू है, पूरा समाज समरस होना चाहिए, पूरे हिन्दू समाज को संगठित रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि हिन्दू भाव को जब-जब भूले आई विपत महान, भाई छूटे धरती खोई मिटे धर्म संस्थान। आगे कहा कि सनातन धर्म में जितने भी देवी देवताओं ने अवतार लिए सबके एक हाथ में शास्त्र तो दूसरे हाथ में शस्त्र रहा है। शास्त्र की रक्षा करने के लिए शस्त्र आवश्यक है, शक्ति से ही समाज व राष्ट्र की रक्षा संभव है।
उन्होंने कहा कि संघ अपना शताब्दी वर्ष मना रहा है, 1925 में विजयादशमी के दिन संघ कि स्थपाना हुई थी, तब से लेकर आज तक संघ कई अग्नि परीक्षाओं से गुजरता हुआ आज विश्व का सबसे बड़ा संगठन बन गया है। उन्होंने कहा कि देश में एक समय ऐसा भी था जब कोई व्यक्ति अपने को हिन्दू कहने से डरता था, लेकिन आज हर हिन्दू गर्व से कहता है कि हम हिन्दू हैं। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री भी कहते हैं कि सबका साथ, सबका, विश्वास, संघ भी इसी पर कार्य कर रहा है। पहले लोगों ने संघ का उपहास उड़ाया, फिर विरोध शुरू हुआ, संघ पर तीन बार प्रतिबंध लगा, संघ का कार्य हर बार और अधिक ऊर्जा के साथ बड़ा हुआ है। संघ के स्वयंसेवक निस्वार्थ भाव से समाज एवं राष्ट्र के कल्याण के लिए कार्य करते हैं, संघ अब पंच परिवर्तन के लिए कार्य कर रहा है। आज हम सबको पर्यावरण के लिए कार्य करने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि हमें स्वभाषा, स्वभूषा पर गर्व होना चाहिए सामाजिक समरसता हर व्यक्ति के आचरण में होना चाहिए, सभी हिन्दू समान हैं, कोई अछूत नहीं है, ऐसा भाव हम सबके मन में होना चाहिए। कुटुंब प्रबोधन में उन्होंने कहा कि हम सबको अपने परिवार के साथ मिल-जुलकर रहना चाहिए, नागरिक कर्तव्य हमें पता होना चाहिए, हम सबको अनुशासन में रहकर नियमों का पालन करना चाहिए। उनके साथ मंच पर खण्ड संघ चालक शिवनारायण गुप्ता उपस्थित रहे। अंत में संघ की प्रार्थना के बाद कार्यक्रम का समापन हुआ। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्वयं सेवकों ने भाग लिया एवं समाज से दर्शक भी कार्यक्रम में उपस्थित रहे।