मिशन वात्सल्य के तहत चलाया जा रहा है बाल भिक्षावृत्ति रोकथाम अभियान

– कोई भी ऐसा बालक जो बाल भिक्षावृत्ति अथवा कठिन परिस्थिति में मिलता है तो तत्काल चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 पर दें सूचना

भिण्ड, 15 जुलाई। कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव के निर्देशन एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी के मार्गदर्शन में जिला भिण्ड अंतर्गत महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा मिशन वात्सल्य के तहत बाल भिक्षावृत्ति रोकथाम अभियान चलाया जा रहा है, शासन निर्देशानुसार उक्त अभियान की अवधि 10 दिवस की है और हर तीसरे माह बाल भिक्षावृति रोकथाम अभियान चलाए जाने की निर्देश हैं, जिसके तहत जिला स्तर पर कलेक्टर भिण्ड द्वारा भिक्षावृत्ति उन्मूलन हेतु दल गठित किया गया है, जिसमें महिला बाल विकास, विशेष किशोर पुलिस इकाई, श्रम विभाग के प्रतिनिधि शामिल हैं। उक्त दल प्रमुख सार्वजनिक स्थलों पर और ऐसे क्षेत्र जहां भिक्षावृत्ति की संभावना है भ्रमण करता हैं और बालकों का चिन्हांकन कर पुनर्वास की कार्रवाई करता है।
बाल सरंक्षण अधिकारी अजय सक्सेना ने बताया कि उक्त निर्देशों के क्रम में दल द्वारा मंगलवार के अवसर पर दंदरौआ धाम में भ्रमण किया गया। विदित है कि मंगलवार और शनिवार को दंदरौआ धाम में श्रद्धालुओं का बहुत बडी संख्या में आना-जाना होता है, ऐसी स्थिति में प्रमुख तीर्थ स्थलों पर बाल भिक्षावृत्ति की संभावना से नकारा नहीं जा सकता। दल द्वारा संपूर्ण मन्दिर परिक्षेत्र में भ्रमण किया गया। आस-पास दुकानों पर हाथ ठेलों पर भी भ्रमण किया और दुकानदारों हाथ ठेलों और मन्दिर के पुजारी एवं धार्मिक कार्य से संबंधित प्रमुख व्यक्तियों को भिक्षावृत्ति से संबंधित जानकारी देकर उन्हें अवगत कराया कि यदि मन्दिर परिसर में अथवा उनके संज्ञान में कोई भी ऐसा बालक जो बाल भिक्षावृत्ति करता हुआ मिलता है अथवा कठिन परिस्थिति में मिलता है तो तत्काल चाइल्ड हेल्पलाइन नं.1098 पर सूचना दें, महिला बाल विकास डायल 100 पुलिस को सूचना दे सकते हैं। अभियान में प्रमुख रूप से महिला बाल विकास से सामाजिक कार्यकर्ता विनीता मौर्य, आंकडा विश्लेषक जितेन्द्र शर्मा, आउटरीच कार्यकर्ता अनुरुद शर्मा एवं महिला बाल विकास परियोजना मौ अंतर्गत परियोजना का स्टाफ, आंगनवाडी कार्यकर्ता और पर्यवेक्षक उपस्थित रहे। बाल भिक्षावृत्ति के संबंध में प्रचार प्रसार हेतु पोस्टर कैलेंडर और पेम्पलेट्स भी वितरित किए गए।