– अंतर्विभागीय समन्वय बैठक में कलेक्टर चौहान ने दिए निर्देश
– शत-प्रतिशत पढने योग्य बच्चों का प्रवेश व पुस्तक वितरण पर दिया विशेष जोर, शासन की प्राथमिकता वाले कार्यक्रमों की हुई समीक्षा
ग्वालियर, 14 जुलाई। पढने योग्य कोई भी बच्चा स्कूल में प्रवेश एवं शासकीय विद्यालयों में अध्ययनरत कोई भी पात्र विद्यार्थी पाठ्य पुस्तकों से वंचित न रहे। इस काम को गंभीरता से लें और शत-प्रतिशत पढने योग्य बच्चों का प्रवेश और पुस्तकों का वितरण सुनिश्चित कराएं। इस आशय के निर्देश कलेक्टर रुचिका चौहान ने अंतर्विभागीय समन्वय बैठक में स्कूल शिक्षा सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों को दिए। उन्होंने सभी विभागों के जिला स्तरीय अधिकारियों की ड्यूटी लगाकर 3-3 सरकारी स्कूलों ने पुस्तक वितरण का सत्यापन कराने के निर्देश भी दिए। बैठक में समग्र ई-केवायसी, शा. उचित मूल्य की दुकानों की जांच, छात्रवृत्ति स्वीकृति, स्कूली बसों की सुरक्षा की जांच, अनुकंपा नियुक्ति, टीकाकरण एवं सीएम हैल्पलाइन सहित शासन की प्राथमिकता वाले अन्य कार्यक्रमों की भी समीक्षा की।
सोमवार को कलेक्ट्रेट के सभागार में आयोजित बैठक में कलेक्टर रुचिका चौहान ने कहा कि बच्चों को प्रवेश दिलाने के लिए हर ग्राम पंचायत में कोर ग्रुप गठित करें। साथ ही सभी आंगनबाडी कार्यकर्ताओं से इस आशय का प्रमाण-पत्र भी लें कि उनकी आंगनबाडी में 5-6 वर्ष की आयु पूर्ण कर चुके सभी बच्चों का स्कूलों में दाखिला हो चुका है। बैठक में बताया गया कि जिले में पहली कक्षा के लिए निर्धारित लक्ष्य के अनुसार 91 प्रतिशत से अधिक प्रवेश हो चुके हैं। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी विवेक कुमार, अपर कलेक्टर कुमार सत्यम एवं टीएन सिंह सहित विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद थे।
बच्चों के प्रवेश की जानकारी ऑनलाइन न करने पर जताई नाराजगी
प्राइवेट स्कूलों द्वारा बच्चों के प्रवेश संबंधी जानकारी की ऑनलाइन मैपिंग न किए जाने पर कलेक्टर रुचिका चौहान ने नाराजगी जताई। उन्होंने ऐसे स्कूलों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश जिला शिक्षा अधिकारी व डीपीसी को दिए। जिन प्राइवेट स्कूलों ने बच्चों के प्रवेश की मैपिंग नहीं की है, उनमें यूनिक पब्लिक हायर सेकेण्ड्री स्कूल, बाल विद्यालय नई सडक, ऋषि गालव हायर सेकेण्ड्री स्कूल, खुशाल विद्यालय भवन, जेएस मेमोरियल पब्लिक स्कूल, सुरभि मेमोरियल शिक्षा निकेतन, यूनिक मिडिल स्कूल, नेहा कॉन्वेंट स्कूल बेरजा, जनता मिडिल स्कूल, क्सीलेंस सर्किल ऑफ स्टडी, द ग्वालियर पब्लिक स्कूल, इलाइट प्ले स्कूल, ग्लोबल किड्स कॉर्नर, आशा शिशु मिडिल स्कूल व सी-टेक स्कूल सहित जिले के 146 स्कूल शामिल हैं।
महाविद्यालयों से विद्यार्थियों के दस्तावेजों का सत्यापन कराने के लिए एसओपी बनाएं
कलेक्टर रुचिका चौहान ने विभिन्न महाविद्यालयों में अध्ययनरत आरक्षित वर्ग के विद्यार्थियों के लिए जल्द से जल्द छात्रवृत्ति स्वीकृत करने के निर्देश दिए। उन्होंने छात्रवृत्ति के लिए जरूरी दस्तावेजों का संबंधित महाविद्यालयों से सत्यापन के लिए एसओपी बनाने की हिदायत संबंधित अधिकारियों को दी। सहायक आयुक्त जनजाति कल्याण एवं सहायक संचालक पिछडा वर्ग कल्याण को उन्होंने निर्देश दिए कि दस्तावेजों का सत्यापन समय-सीमा में कराने के लिए संबंधित महाविद्यालयों के प्राचार्यों से चर्चा करें।
इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक में विद्यार्थियों से खुलवाएं खाते
छात्रवृत्ति के लिए विद्यार्थी का डीबीटी युक्त खाता अनिवार्य है। यदि किसी विद्यार्थी की डीबीटी नहीं हुई है और बैंक खाता निष्क्रिय है तो वह इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक में खाता खुलवा सकते हैं। यहां पर तत्काल डीबीटी सक्रिय खाता खुल जाता है, जिससे उनके खाते में छात्रवृत्ति भी समय से पहुंच जाती है।
शत-प्रतिशत उचित मूल्य की दुकानों की जांच व सत्यापन सुनिश्चित करें
कलेक्टर रुचिका चौहान ने खाद्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिले में संचालित सभी उचित मूल्य की दुकानों की जांच व उनसे जुडे उपभोक्ताओं का सत्यापन सुनिश्चित करें। साथ ही अपात्र परिवारों को हटाने की कार्रवाई की जाए। बैठक में जानकारी दी गई कि जिले की 268 उचित मूल्य दुकानों की जांच की जा चुकी है। साथ ही 116 दुकानों का सत्यापन भी पूर्ण कर लिया गया है।
स्कूली बसों व अन्य वाहनों का निरीक्षण लगातार जारी रहे
अंतर्विभागीय समन्वय बैठक में कलेक्टर रुचिका चौहान ने क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी को निर्देश दिए कि बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर स्कूली बसों एवं अन्य वाहनों का निरीक्षण लगातार जारी रहे। निरीक्षण में जिन स्कूली वाहनों की फिटनेस ठीक नहीं पाई गई है, उन्हें तभी चलाने की अनुमति दी जाए जब वे सुरक्षा मानकों का पूर्णत: पालन कर लें। उन्होंने निर्देश दिए कि अमानक गैस किट से संचालित वैन इत्यादि छोटे वाहनों का उपयोग स्कूली बच्चों के परिवहन में न होने दें। कलेक्टर ने यह भी निर्देश दिए कि ऑटो रिक्शा से क्षमता से अधिक स्कृली बच्चों को लाने-लेजाने की प्रवृत्ति को सख्ती से रोका जाए।
कांवड लेकर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए आवश्यक व्यवस्थाएं कराएं
श्रावण मास में शिव मन्दिरों पर कांवड चढाने के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के आवागमन मार्ग को सुगम बनाने एवं तिराहों व चौराहों पर आवश्यक व्यवस्थायें कराने के निर्देश भी कलेक्टर ने जिले के सभी एसडीएम एवं जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि मन्दिर परिसर में कांवड लेकर आए श्रद्धालुओं के लिए प्रवेश व निगर्म के पृथक-पृथक मार्ग निर्धारित कराएं। साथ ही कांवड चढाने के लिए मार्ग अलग हों।