बालक सार्थक का हुआ दत्तकग्रहण

भिण्ड, 11 जुलाई। शासन के निर्देशानुसार कलेक्टर संजीव कुमार श्रीवास्तव के मार्गदर्शन एवं प्रभारी जिला कार्यक्रम अधिकारी परशराम शर्मा के निर्देशन में जिला भिण्ड अंतर्गत शिशु ग्रह लहार में निवासरत बालक सार्थक के प्री एडॉप्शन दत्तक ग्रहण की कार्रवाई की गई।
बाल संरक्षण अधिकारी अजय सक्सेना ने बताया कि बालक सार्थक गोरमी निवासी महिला को देख-रेख एवं संरक्षण की अवस्था में मिला था, जिसे बाल कल्याण समिति भिण्ड के आदेश से विशेषज्ञ दतक ग्रहण अभिकरण बांके बिहारी कुंज बहुउद्देशीय महिला कल्याण समिति शिशु यह लहार में प्रवेशित कराया गया, दत्तक ग्रहण के अभिशाषी मार्गदर्शी सिद्धांत कारा के दिशा निर्देश अनुसार बालक की राष्ट्रीय स्तर के समाचार पत्र में विज्ञप्ति निकाली गई कि यदि बालक के संबंध में कोई दावा करता हो तो पहले महिला एवं बाल विकास विभाग में संपर्क कर सकते हैं, विज्ञप्ति निकालने की एक माह पश्चात तक बालक पर किसी भी प्रकार का दावा प्राप्त न होने पर प्रशासन द्वारा बाल कल्याण समिति से बालक को लीगल फी करने हेतु अनुरोध किया गया, बाल कल्याण समिति द्वारा कारा की निर्धारित समय सीमा को देखते हुए बालक को लीगल फ्री किया गया। इसके पश्चात देवरिया उप्र निवासी दंपति द्वारा बालक सार्थक को दत्तक ग्रहण किया गया। बालक को रिजर्व करने के पश्चात जिला स्तरीय दत्तक ग्रहण समिति में उनकी उपयोगिता का परीक्षण किया गया, उपयोगिता पाए जाने पर बालक सार्थक अपने संभावित माता-पिता के साथ प्री एडॉप्शन दत्तक ग्रहण पर गया।
प्रभारी जिला कार्यक्रम अधिकारी परशुराम शर्मा ने बताया कि अभी बालक का अंतिम दत्तक ग्रहण नहीं है, एक माह की अवधि के पश्चात बालक और संभावित माता-पिता को बुलाया जाएगा और कलेक्टर के मार्गदर्शन में अपर जिला दण्डाधिकारी के समक्ष बालक की विगत एक माह की प्रगति के संबंध में चर्चा की जाएगी, उसके पश्चात अंतिम दत्तक ग्रहण आदेश होगा।
बाल संरक्षण अधिकारी अजय सक्सेना ने बताया कि जिले से यह पहला दत्तक ग्रहण नहीं है, अपितु इसके पूर्व भी दर्जनों दत्तक ग्रहण कराए गए हैं, इनमें दत्तक पर न केवल भारत में अपितु अंतर्राष्ट्रीय दत्तक ग्रहण भी हुए हैं। उन्होंने बताया कि उक्त दंपति द्वारा कार्यालय पर 4 वर्ष पूर्व पंजीयन कराया गया था, अब जाकर उनका नंबर आया है। उन्होंने बताया कि संपूर्ण भारत में दतक ग्रहण कारा पर होता है, अन्य तरीके सर्वथा गलत है।
भावी माता-पिता ने अत्यंत खुशी जाहिर करते हुए बताया कि हम सभी के आराध्य शिवजी हैं और आज सावन का पहला दिन है और सावन के पहले दिन ही हमारी बरसों पूरी मन्नत शिवजी द्वारा पूरी की गई है, इसलिए बच्चे का नाम शिवांश रखेंगे। साथ ही सभी से अपेक्षा की गई कि किसी भी अनचाहे शिशु को झाडिय़ां में सुनसान जगह पर अथवा अन्य वौरान स्थान पर न छोड़ें, बाल कल्याण समिति के समक्ष अथवा महिला बाल विकास में बालक को समर्पित कर सकते हैं, आपकी समस्त पहचान गोपनीय रखी जाएगी और किसी भी प्रकार की पुलिस कार्रवाई प्रचलित नहीं होगी।