– मेहगांव में राष्ट्रीय कथावाचक देवी चित्रलेखा की कथा प्रारंभ
भिण्ड, 28 मई। मेहगांव नगर में स्थित भुमिया महाराज के मन्दिर पर मंगलवार को राष्ट्रीय कथा वाचक देवी चित्रलेखा की कथा प्रारंभ हो गई है। इस अवसर पर ऐतिहासिक भव्य कलश यात्रा मौ रोड पर स्थित वनखण्डेश्वर मन्दिर से प्रारंभ हुई।
खास बात यह रही कि इस कलश यात्रा को ऐतिहासिक बनाने के लिए करीब तीन माह से तैयारी चल रही थी, भीषण गर्मी को देखते हुए सडकें गर्म न हों इसके लिए चार फायर ब्रिगेड लगातार सडकों को शीतल करने के लिए पानी का छिडकाव करती रही, ताकि कलश यात्रा में किसी भी श्रद्धालु को कोई परेशानी खडी न हो। कलश यात्रा प्रारंभ होने से पहले नागा साधुओं ने अपनी-अपनी कलाओं का विशेष प्रदर्शन किया और उनकी कलाओं को देखने के लिए बडी संख्या में श्रद्धालु एकत्रित हुए।
जानकारी के अनुसार 19वां भुमिया सरकार वार्षिक उत्सव के उपलक्ष्य में राष्ट्रीय प्रवक्ता देवी चित्रलेखा के मुखार बिन्द से श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन आज से प्रारंभ हुआ, कथा प्रारंभ होने से पहले विशाल कलश यात्रा प्रारंभ हुई, जहां पांच हजार से अधिक श्रद्धालुओं में महिलाएं पीली साडी पहनकर कलश सिर पर रखकर नृत्य करती हुई एक साथ चली और ये दृश्य बडा सुंदर लग रहा था, यह यात्रा वनखण्डेश्वर मन्दिर से प्रारंभ हुई और विभिन्न मार्गों से होकर गुजरती हुई कथा स्थल पर समाप्त हुई। कलश यात्रा के दौरान 16 बैण्डों के साथ श्रद्धालुओं ने डीजे की धुनों पर नृत्य किया और जयकारे लगाए। इस दौरान दंदरौआ धाम के महंत रामदास जी महाराज व खनेता धाम के महंत रामभूषण दास जी महाराज एवं कम उम्र में अपनी पहिचान बना चुके हरिओदास जी महाराज के अलावा भुमिया सरकार के बडे महंत व अन्य मन्दिरों के साधु संत मौजूद रहे। इस कथा में करीब सात से आठ लाख श्रद्धालुओं के आने की संभावना है और इस कथा में एक हजार हजार मूल पाठ होंगें। कथा दोपहर 3 बजे से शाम छह बजे होगी एवं कथा के बीच सुबह महादिव्य दरबार भी 30 मई से 2 जून तक चलेगा, दरबार का समय सुबह 11 बजे से दोपहर दो बजे तक रहेगा और रासलीला का आयोजन रात्रि आठ बजे से प्रारंभ होगी।