ग्वालियर, 07 फरवरी। क्राइम ब्रांच ग्वालियर की सायबर क्राइम विंग ने बीएसएफ इंस्पेक्टर को डिजिटल अरेस्ट कर 71 लाख रुपए की सायबर ठगी के प्रकरण में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जिसमें से एक आरोपी के खाते में ठगी की राशि के 65 हजार रुपए ट्रांसफर हुउ थे। दूसरा आरोपी खाता खुलवाने में सहायक है।
पुलिस अधीक्षक ग्वालियर धर्मवीर सिंह को आवेदक अबसार अहमद निवासी टेकनपुर ग्वालियर ने शिकायती आवेदन में बताया था कि उसे अंजान मोबाईल से व्हाटसएप पर कॉल आया और उसे स्वयं को मुम्बई सायबर ब्रांच का बोलकर उसे मनी लॉन्ड्रिंग के केस में डिजीटल अरेस्ट कर उससे कई किश्तों मे कुल 71 लाख रुपए की ऑनलाइन धोखाधडी की गई थी। शिकायत पर से सायबर क्राइम विंग की टीम ने त्वरित कार्रवाई कर एक बैंक खाते में 10 लाख रुपए होल्ड कराकर फरियादी के खातें में वापस कराए थे। जिस पर से पुलिस अधीक्षक ने एएसपी श्रीकृष्ण लालचंदानी को क्राइम ब्रांच ग्वालियर की सायबर क्राइम विंग से उक्त प्रकरण के आरोपियों की पतारसी कर उन्हें पकडने हेतु निर्देशित किया। डीएसपी अपराध नागेन्द्र सिंह सिकरवार के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी क्राइम ब्रांच निरीक्षक हितेन्द्र सिंह राठौर ने सायबर क्राइम विंग की टीम को उक्त प्रकरण में वाछिंत आरोपियों को पकडने हेतु लगाया। दौराने विवेचना साइबर क्राइम विंग टीम द्वारा बैंकिंग व तकनीकी जानकारी एकत्रित की गई, जिसमें ज्ञात हुआ की फरियादी का पैसा कई बैंक खातों में स्थानांतरित किया गया है। पुलिस टीम ने स्थानांतरित बैंक खातों की जानकारी प्राप्त की तो उक्त ठगी के 65 हजार रुपए खाता धारक निवासी उरई उप्र के बैंक खाते में स्थातंरित होना पाया। जिस पर से उक्त आरोपी की गिरफ्तारी हेतु एक टीम उरई रवाना की गई। पुलिस टीम ने कार्रवाई करते हुए उरई में खाताधारक आरोपी व एक अन्य आरोपी जो खाता खुलवाने में सहयोगी था उसे हिरासत में लेकर दोनों आरोपियों को ग्वालियर लाया गया। जिनसे प्रकरण में विस्तृत पूछताछ की जा रही है।
पुलिस ने आमजन को हिदायत दी है कि किसी अंजान नंबर से कॉल आने पर अपने क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड व बैंक संबंधी जानकारी व ओटीपी न बताएं। किसी प्रकार का सायबर फ्रॉड होने पर अपने नजदीकी थाने या 1930 पर संपर्क कर शिकायत करें। इस कार्रवाई में थाना प्रभारी क्राइम ब्रांच निरीक्षक हितेन्द्र सिंह राठौर, निरीक्षक राजेश सिंह तोमर एवं रामबिहारी शर्मा, उपनिरीक्षक धर्मेन्द्र शर्मा, हरेन्द्र सिंह राजपूत, रवि लोधी, कीर्ति अजमेरिया, प्रधान आरक्षक सतेन्द्र सिंह, सुनील शर्मा, सुरेन्द्र तोमर, आरक्षक सुमित सिंह भदौरिया, गौरव भदौरिया, ओमशंकर सोनी, श्यामू मिश्रा, अनुराग यादव, नवीन पाराशर, हरीओम व्यास, शिवशंकर शर्मा, सुनीता कुशवाहा, मेघा श्रीवास्तव की सराहनीय भूमिका रही।