भिण्ड, 28 जनवरी। औद्योगिक क्षेत्र मालनपुर में पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार मसाल जुलूस निकालकर मप्र सरकार एवं उद्योगपतियों के कारखाने में एक अप्रैल 2024 से बढ़ा हुआ मेहनतकश मजदूरों के वेतन न देने के विरोध में कल शाम को श्रीराम धर्मकांटे से बाजार होते हुए स्टेट बैंक से मालनपुर गांव में होते हुए सब्जी मण्डी वाले मार्ग से निकल कर मालनपुर चौराहे पर सभा के साथ मशाल जुलूस का समापन किया गया। सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन सीटू की राज समिति के आह्वान पर कारखाने मालिक एवं मप्र सरकार के ढुलमुल रवैया के चलते कारखाने में मेहनत का मजदूरों का प्रदेश में 25 लाख मजदूरों के बढ़े हुए वेतन एरियल न्यूनतम वेतन पर डाका डाला जा रहा है जब के राज्य शासन द्वारा एक अप्रैल 2024 में इनकी मजदूरों को वेतन बढाकर देने की घोषणा की, परंतु कारखाना प्रबंधकों ने राज सरकार पर दबाव देकर इस पर हाईकोर्ट में स्टे जिस पर सीटू के प्रदेश समिति की तरफ से प्रसिद्ध वकील बाबूलाल नागर द्वारा 3 जनवरी को कोर्ट द्वारा स्टे खारिज कराया गया परंतु सरकार की एवं कारखाने प्रबंधकों की आंखें जब खुली जब 6 जनवरी को सीटू ने इंदौर हाईकोर्ट के आदेश को लेकर लेबर कमिश्नर मप्र सचिव सहित नोटिस दिया। जिसमें मजदूरों की वेतन वृद्धि एक अप्रैल 2024 से प्रदान की जाए, परंतु मप्र शासन सरकार एवं कारखाने प्रबंधकों का फिर भी ढुलमुल रवैया मजदूरों के साथ वेतन वृद्धि को लेकर इंदौर हाईकोर्ट की अवमानना की जा रही है। मप्र सरकार एवं कारखाने के प्रबंधकों के खिलाफ मजदूरों के हित में सीटू ने सोमवार को शाम काल मिसाल जुलूस निकालकर विरोध जाहिर किया। न्यूनतम वेतन का भुगतान करो प्रदेश सरकार एवं प्रबंधकों कारखाने प्रबंधकों मजदूरों का हक छीना बंद करो बढा हुआ वेतन एरियल सहित भुगतान करो आदि मांगों को लेकर मिसाल जुलूस निकाला गया। जुलूस में हरगोविंद जाटव, वीरेंद्र कुशवाहा, चोखेलाल, लायकराम कुशवाहा, श्रीलाल माहौर, रामगोपाल बाल्मीकि आदि मौजूद थे।