हम मां को कोई पीडा न होने दें, बस यही हमारी श्रेष्ठ साधना है : रामदास महाराज

-मेहगांव के ग्राम सरसेड में काव्यात्मक श्रद्धांजलि सभा आयोजित

भिण्ड, 06 दिसम्बर। मां एक ऐसा शब्द जिसके उच्चारण मात्र से हमारी चेतना जागृत हो जाती है। मां को कितने नामों से संबोधित किया गया है, जगत जननी, आदिशक्ति, सृष्टि की जन्मदात्री। प्रत्येक व्यक्ति का पहला गुरु मां होती है। मां ही बच्चे को गर्भावस्था से लेकर प्रजनन के लगभग एक साल तक स्तनपान के द्वारा पोषण आहार प्रदान करती है। हम मां के उपकार को याद रखें, उनको किसी भी प्रकार से पीडा न होने दें, बस यही हमारी श्रेष्ठ साधना है। यह उद्गार मेहगांव क्षेत्र के ग्राम सरसेड में आयोजित उजास काव्यात्मक श्रद्धांजलि समारोह में दंदरौआ धाम के महंत श्रीश्री 1008 महामंडलेश्वर रामदास जी महाराज ने व्यक्त किए।
इस अवसर पर मप्र शासन के कैबिनेट मंत्री राकेश शुक्ला की उपस्थिति में एडवोकेट रामहरि शर्मा की मां कमला देवी की स्मृति में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में अन्यान्य गणमान्य वक्ताओं ने भी अपने विचार व्यक्त कीजिए। काव्यात्मक श्रृद्धासुमन अर्पित करने में डॉ. सुनील त्रिपाठी निराला भिण्ड, मनीष शिवहरे मेहगांव, ग्वालियर के रामलखन शर्मा अंकित, मुरैना के विपिन तोमर साहिल, ग्वालियर के आकाश शर्मा, मेहगांव के सबल सिंह नरवरिया, सत्यदेव नरवरिया, बबेडी के सत्येन्द्र सिंह राजावत सहित अन्य लोग भी शामिल रहे। संचालन कर रहे डॉ. सुनील त्रिपाठी निराला भिण्ड ने कहा कि असहनीयतम प्रसव वेदना, हंसकर सह जाती है।
श्रद्धांजलि समारोह में श्योपुर के विधायक बाबू जडेल, गोहद के विधायक केशव देसाई, पूर्व विधायक सुमावली सतपाल सिंह सिकरवार नीटू, भिण्ड भूमि विकास बैंक के पूर्व अध्यक्ष केपी सिंह भदौरिया, विधानसभा मेहगांव के पूर्व प्रत्याशी राहुल भदौरिया सहित अनेक लोग शामिल रहे। अंत में बाबूराम शर्मा, रामनिवास शर्मा, अशोक शर्मा, मुनेश शर्मा, एडवोकेट रामहरी शर्मा ने कवियों का शॉल श्रीफल भेंट कर सम्मान किया।