आलमपुर में आदर्श रामलीला देखने के लिए दर्शकों की उमड रही भीड
भिण्ड, 15 दिसम्बर। आलमपुर नगर में ज्ञान वर्धन सेवा समिति द्वारा राजवाडे के अंदर भव्य रामलीला का आयोजन किया जा रहा है। रामलीला के द्वितीय दिवस भगवान प्रभु श्रीराम जन्मोत्सव की शानदार लीला का मंचन किया गया।
रामलीला मंचन के दौरान सर्वप्रथम अयोध्या के राज दशरथ और कौशल्या के बीच वंश को लेकर चिंतन हुआ। तब राजा दशरथ अपने गुरू वशिष्ठ के पास पहुंचे और उनसे सलाह मांगी। गुरू वरिष्ठ के अनुसार उन्होंने एक यज्ञ कराया इसके बाद अग्नि देव की कृपा से प्राप्त हुए फल से राजा दशरथ को चार पुत्रों की प्राप्ति हुई। प्रभु श्रीराम के जन्म लेते ही समूचा रामलीला स्थल उनके जयघोष से गूंज उठा। भगवान श्रीराम के जन्म के अवसर पर हर तरफ बधाईयां गाई जा रही थी, खुशियां मनाई जा रही थी। इसके बाद गुरू वशिष्ठ के साथ उनके आश्रम में चारों भाई राम, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघन विद्या ग्रहण करने के लिए पहुंचे।
आलमपुर नगर में चल रही रामलीला में सभी स्थानीय कलाकारों द्वारा अभिनय किया जा रहा है। जिसमें श्रीराम का अभिनय सुदीप चौधरी (खिरिया), लक्ष्मण- विष्णु कौरव, सीताजी- विनोद परिहार, हनुमानजी- विष्णु मिठिया, भरत- मंगल राठौर, जनक- रामकुमार शास्त्री, दशरथ- किशोर सिंह कौरव, रावण- महेश चन्द्र कौरव, कुंभकरण- दामोदर सोनी, मेघनाथ- संजीव लहारिया, शंकरजी- अनिल चौधरी, बाणासुर- संजीव लहारिया, वेद सुखेन- मुन्ना गोस्वामी, हास्य कलाकार- बबलू दीवाना शामिल हैं। बगैर नाच-गाने के अयोध्या की आदर्श रामलीला की तर्ज पर आलमपुर में हो रही रामलीला को देखने के लिए आलमपुर सहित ग्रामीण क्षेत्र के लोग भारी तादाद में पहुंच रहे हैं।