स्वेच्छिक सेवानिवृत्ति के बाद शहडोल कमिश्नर शर्मा भिण्ड में करेंगे सेवा कार्य

कल शाम पांच बजे खण्डा रोड पर होगा नागरिक अभिनंदन

भिण्ड, 04 अक्टूबर। शहडोल संभाग के कमिश्नर राजीव शर्मा स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के बाद अब अपने गृह जिला भिण्ड में समाजसेवा का कार्य करेंगे। छह अक्टूबर को शाम पांच बजे शहर के खण्डा रोड पर राजीव शर्मा का जोर-शोर से नागरिक अभिनंदन किया जाएगा। यह बात राजीव शर्मा नागरिक अभिनंदन समिति के शिवचरन उपाध्याय, अवधेश शर्मा एवं मनोज जैन ने बुधवार को शहर के इटावा रोड स्थित शैल रॉयल गार्डन में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान कही।
उन्होंने बताया कि शर्मा भिण्ड जिले को विकास की मुख्यधारा से जोडऩे के लिए अपना वर्तमान कमिश्नर पद स्वेच्छा से छोडक़र जिले को विकास की मुख्यधारा से जोडऩे के लिए सतत प्रयास करने अब जिले में ही रहेंगे और जिले के पिछड़े पन को दूर करने के सभी उपाय करेंगे। समिति के सदस्यों ने भिण्डी ऋषि की तपोभूमि चंबल की धरती पर छह अक्टूबर को शाम पांच बजे खण्डा रोड पर समाजसेवियों एवं आमजन से राजीव शर्मा के स्वागत समारोह में शामिल होने का आह्वान किया है।
समिति के सदस्यों ने शर्मा की उपलब्धियों एवं युवा जीवन पर चर्चा करते हुए बताया कि उनके बाबा कामरेड जनकराम जी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे। शर्मा के पिता रामनारायण शर्मा ने शासकीय सेवा छोडक़र 1967 में भिण्ड शहर में मांटेसरी पद्धति के सार्वजनिक विद्यालय की स्थापना की। जहां राजीव की प्रारंभिक शिक्षा हुई। शहर के गौरी किनारे किरण निवास में जन्मे राजीव के बाबा की 1975 में और पिता की 1977 में असामायिक मृत्यु के बाद उनके चाचा शिवचरण उपाध्याय ने विद्यालय और परिवार की जिम्मेदारी संभाली। शहर के कॉटनजीन स्कूल से कक्षा आठवी पास कर राजीव नंबर एक स्कूल में पढ़े जहां स्काउट और एनसीसी के अलावा भाषण, वाद विवाद, अभिनय, काव्य पाठ में विजेता बने। इसके बाद शहर के एमजेएस कॉलेज से इतिहास में एमए किया। छात्र संघ का चुनाव लड़ा और जीता। साथ ही पत्रकारिता भी की। 1978 में तरुण कला संगम की स्थापना की। एनएसएस में भिण्ड और मप्र का राष्ट्रीय स्तर तक प्रतिनिधित्व किया। 21 वर्ष की आयु में प्रथम प्रयास में ही मप्र लोक सेवा आयोग की परीक्षा टॉप कर प्रशासनिक सेवा में चले गए। शहडोल संभाग में आदिवासियों के बीच फुटबॉल को घर-घर तक पहुंचाया, जिसकी चर्चा प्रधानमंत्री मोदी अपने मन की बात में कर चुके हैं।