कृषि के क्षेत्र में चौमुखी विकास हुआ : देवेन्द्र नरवरिया

मुख्यमंत्री चौहान के सात सूत्रों से किसानों की बदल रही है तकदीर और तस्वीर : विजय दैपुरिया

भिण्ड, 05 अगस्त। भाजपा जिला अध्यक्ष देवेन्द्र सिंह नरवरिया ने कहा कि किसान देश की जीवन रेखा है और किसी भी देश का विकास उसके कृषि के क्षेत्र के कार्य पद्धति पर आधारित होता है। देश की खाद्य सुरक्षा को सतत सुनिश्चित करने का श्रेय हमारे किसानों को जाता है। आज वस्तु की स्थिति यह है कि भारत ना केवल बहुत से कृषि उत्पादकों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की किसान विचारधारा पर आत्मनिर्भर उनकी नीतियों से वरना बहुत उत्पादकों निर्यातक भी है। सरकार का मानना है कृषि के क्षेत्र में इस तरह चहुमुखी विकास किया जाए कि अन्न एवं कृषि उत्पादकों के भण्डारों के साथ-साथ किसान की जेब भी भरे। उनकी आशा के साथ प्रदेश सरकार द्वारा किसानों के कल्याण एवं समृद्धि के लिए अनेकों योजनाओं को संचालित करते हुए लागू की गई हैं। मोदी और शिवराज के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार किसान हितैषी सरकार है।
भाजपा किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष विजय दैपुरिया कहा कि मप्र में भारतीय जनता पार्टी सरकार का नेतृत्व कर रहे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के छात्र सूत्र किसानों की तकदीर और उनकी तस्वीर बदल रही है। पहला सूत्र-संकट की घडी से समय किसानों को सहायता करना। दूसरा सूत्र खेती के लिए बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराना। तीसरा सूत्र कृषि की उत्पादन लागत को कम करना। चौथा सूत्र खेती का उत्पादन बढ़ाना। पांचवा सूत्र किसानों को उनकी उपज का सही मूल्य दिलाना। छठवां सूत्र किसान उत्पादन संगठनों के माध्यम से किसानों को संगठित और सशक्त बनाना। सातवा सूत्र खेती के विविधीकरण, कृषि निहायत और प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देना।
उन्होंने कहा कि किसानों को जो हमारी सरकार ने किसानों को आत्मनिर्भर विकास और प्रकृति जो सूत्र हमें दिए हैं, उन्होंने ध्यान में रखते हुए बेटी के ऊपर करें निश्चित ही हमें सफलता प्राप्ति होगी। मप्र के किसानों के दम पर ही भाजपा सरकार को चार बार कृषि अवार्ड से सम्मानित किया गया है, यह हमारे प्रदेश के लिए गौरवान्वित कर रही है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार अब कृषि के क्षेत्र में महिलाओं को भी आत्मनिर्भर बना रही है ताकि वे गांव-गांव जाकर किसानों को उत्साहित करें और कृषि के फायदे उन्हें बताएं। समुदायिक रेडियो केन्द्रों जैसी आधुनिक सुविधाएं किसानों के हित में आरंभ करने वाला हमारा पहला राज्य है। प्राकृतिक खेती हेतु 88 हजार से अधिक किसानों ने पंजीयन कराया है जो प्राकृतिक खेती पर आधारित है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के माध्यम से प्रदेश के किसानों को केन्द्र और राज्य सरकार की योजना अनुसार 12 हजार रुपए उनके खातों में डाले जा रहे हैं।
किसान मोर्चा जिलाध्यक्ष दैपुरिया ने कृषि के विकास दर 2003 वर्ष 2023 की तुलना करते हुए कहा कि सिरसिया विकास दर 2023 में तीन, कृषि न्याय, कृषि उत्पादन 224 .07 मेट्रिक टन, कृषि उत्पादकता 1195 किलो/ हेक्टर, किसान क्रेडिट कार्ड, फसल नुकसान पर रहा दरें, मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना, कृषक ब्याज माफी योजना, तीसरी फसल का रकबा, उर्वरक खबर, तीन उद्यानिकी फसलों का रकबा 49.44 किलो/हेक्टर, उद्यानिकी फसलों का उत्पादन 35.40 लाख मैट्रिक टन, वर्ष 2023 में कृषि का विकास दर 18.89, कृषि निर्यात 12 हजार 120 करोड 30 लाख मैट्रिक टन, कृषि उत्पादन 725.50 मेट्रिक टन, कृषि उत्पादकता 2421 प्रति हेक्टर, किसान क्रेडिट कार्ड 74.11.178, फसल नुकसान पर राहत दरे 18 हजार हेक्टर, मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना सात लाख 60 हजार किसान/ 7699 करोड, कृषक ब्याज माफी योजना 11 लाख 20 हजार123 करोड, तीसरी फसल का रकबा 13 लाख् हेक्टर, उर्वरक खपत 13 लाख हेक्टर, उद्यानिकी फसलों का रकबा 25.04 लाख हेक्टर, उद्यानिकी फसलों का उत्पादन 369.15 लाख मैट्रिक टन, वर्तमान में कुल बीज वितरण में वर्ष 2023-2024 की तुलना में आठ गुना वृद्धि हुई है।