बच्चों के रचनात्मक विकास के लिए परिषद उत्तरदायी : पराग जैन

भाविप शाखा जागृति के बाल संस्कार शिविर का हुआ समापन

भिण्ड, 14 जून। समाज के प्रत्येक वर्ग के बच्चों को एकत्रित करके उनके रचनात्मक विकास के लिए यदि कोई संस्था जिम्मेदार है तो वह है भारत विकास परिषद। आज इन बच्चों को जो मंत्र और गीत याद कराए जा रहे हैं वे भविष्य में उनके लिए फलदायक सिद्ध होंगे। परिषद द्वारा आज मेहनत करके बच्चों के संस्कार के लिए जो बीज रोपित किया जा रहा है वह भविष्य में इन बच्चों के निर्माण के लिए मील का पत्थर साबित होगा। यह विचार डिप्टी कलेक्टर पराग जैन ने भारत विकास परिषद शाखा जागृति द्वारा चलाए जा रहे बाल संस्कार शिविर के समापन के अवसर पर स्थानीय उत्कृष्ट उमावि क्र.एक में व्यक्त किए।
उन्होंने अपने बचपन में विद्यालय के संस्मरण सुनाते हुए कहा कि यह गीत वे हमेशा से गुनगुनाते चले आ रहे हैं और आज उसका सर उनके व्यक्तित्व और समाज में दिखता है। उन्होंने परिषद को इस तरह के कार्यों के लिए व्यक्तिगत तौर पर हर तरह के सहयोग का वचन दिया। कार्यक्रम का विधिवत आरंभ मां भारती एवं सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्वलन और माल्यार्पण के साथ हुआ। समस्त अतिथियों का स्वागत शाखा अध्यक्ष ऊषा नगरिया ने अपने उद्बोधन से किया। अतिथियों का लोरी तिलक और श्रीफल से स्वागत किया गया। इसी क्रम में नूपुर आर्य और आराध्या मौर्य द्वारा प्रार्थना मंत्र का वाचन किया गया।
परिषद के वरिष्ठ सदस्य एवं पूर्व प्रांतीय पदाधिकारी श्रवण पाठक के द्वारा भारत विकास परिषद की अवधारणा को सदन में रखा गया। उन्होंने कहा कि भारत विकास परिषद संपर्क, सहयोग, संस्कार, सेवा एवं समर्पण के पांच सूत्र पर कार्य करती है। उन्होंने परिषद के विभिन्न प्रकल्पों के बारे में विस्तार से जानकारी दी और बताया कि परिषद के राजनीतिक सामाजिक संगठन है, जिसे शासन का कोई आर्थिक सहयोग प्राप्त नहीं होता, बल्कि हमारे समाजसेवी सदस्य स्वयं की योगदान से समाज में सेवा कार्य करते हैं।

इसी क्रम में शैलजा परिहार द्वारा मंगलाचरण के पश्चात साक्षी पाठक ने चंदन है इस देश की माटी तपोभूमि हर ग्राम है गीत प्रस्तुत किया। शिविरार्थियों द्वारा सूर्य नमस्कार एवं ताइक्वांडो का प्रदर्शन भी किया गया। कार्यक्रम के अगले चरण में संरक्षक उमा शर्मा ने भावपूर्ण काव्य रचना एवं प्रेरक उदबोधन दिया। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि सीएमएचओ डॉ. यूपीएस कुशवाह ने बच्चों को जीवन में सदैव सकारात्मक रहते हुए आगे बढऩे की प्रेरणा दी। मंचासीन अतिथियों ने समस्त प्रतिभागी छात्र-छात्राओं को प्रमाण पत्र, अभ्यास पुस्तिका और पारितोषिक देकर प्रोत्साहित किया। कोषाध्यक्ष दीपशिखा शर्मा ने सदस्यता ब्यौरा प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का संचालन शिविर संयोजक प्रियंका शुक्ला एवं आभार प्रदर्शन सचिव रत्ना कुशवाह ने किया। शाखा की वरिष्ठ सदस्य रमन मित्तल का सम्मान शाखा संस्थापक अरुणा पाठक एवं सुषमा जैन ने किया। परिषद की ओर से सुनीता सोनी, संगीता कौशल, निशा भारद्वाज, अंजु पहारिया, कृष्णा बरुआ, अंजू गुप्ता, हेमलता दुबे, वर्षा जैन, रंजना जैन, सोनिया अग्रवाल, दिव्या शिवहरे, छात्रों के अभिभावक, गणमान्यजन आदि उपस्थित रहे।
समाज के गणमान्यजनों का हुआ सम्मान
कार्यक्रम में जिन गणमान्य जनों ने शिविर के दौरान प्रशिक्षण उदबोधन कला इत्यादि में सहयोग दिया था, उनका सम्मान अतिथियों द्वारा किया गया। जिनमें सुधीर शर्मा, भानु श्रीवास्तव, राधेगोपाल यादव, माधव यादव, मानसा पाल, उम्मेद सिंह राजपुरोहित, रमा कुशवाह, डॉ. हिमांशु बंसल, डॉ. राधा अग्रवाल को सम्मानित किया गया।