प्रकरण बापस लेने एवं जनपद सीईओ के खिलाफ प्रकरण कायम करनी की मांग पर डंटे समाजसेवी
भिण्ड, 02 सितम्बर। जनपद पंचायत लहार में पदस्थ पीसीओ रमाकांत उपाध्याय जब अपने ग्राम बरहा के बाढ़ पीडि़तों की फरियाद लेकर जब जनपद सीईओ के पास पहुंचे तो उन्हें अपने कर्मचारी का बाढ़ पीडि़तों के साथ आना न गबार गुजरा और उनके साथ झूमा झटकी कर दी। जिसकी शिकायत रमाकांत उपाध्याय द्वारा एसडीओपी लहार अवनीश बंसल को लिखित शिकायत दी गई। जिसमें एक नया मोड़ तब आया जब सीईओ ने देर रात थाने पहुंचकर विभिन्न धाराओं में पीसीओ रमाकांत उपाध्याय एवं उनके दोनों पुत्रों अनुज और अनूप के नाम पर प्रकरण दर्ज करबा दिया। जबकि दोनों पुत्र उस समय घटना स्थल पर मौजूद ही नहीं थे, पर उसकी जांच न की जाकर राजनीतिक दवाब के चलते कार्रवाई की गई।
समाजसेवी पहुंचे एसडीओपी कार्यालय पर किया धरना प्रदर्शन
झूंठी घटना से आहत होकर आस-पास क्षेत्र के ग्रामीणों के एक जत्था एसडीओपी लहार से मिलने पहुंचे ओर प्रकरण बापस करने एवं दोषी सीईओ के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। पर एसडीओपी ने वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में कार्रवाई की बात कही और अपने आपको सीईओ के खिलाफ कार्रवाई करने में अक्षम बताया। जिस पर समाजसेवी भड़क गए और कार्यालय के बहार धरना प्रदर्शन करने लगे। धरना पांच बजे तक चला और अंत में समझाइस के बाद एसडीएम लहार को शिकायती ज्ञापन सौंपकर मांग की कि जनपद सीईओ को हटाया जाए, झूंठे प्रकरण को बापस लेकर सीईओ के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
मण्डल अध्यक्ष ने जनपद सीईओ को दी डकैत की उपमा
मण्डल अध्यक्ष मछण्ड दीपक सिंह राजावत ने जनपद सीईओ लहार को अधिकारी के रूप में डकैत बताया और कहा कि क्षेत्र की गरीब भोलीभाली जनता को कुर्सी पर बैठकर लूट रहे हैं और इसके लिए कलेक्टर को एक शिकायती आवेदन भी सौंपा गया है। अगर कार्रवाई नही हुई तो जनपद सीईओ के खिलाफ उग्र प्रदर्शन करेंगे।