माता का स्थान हमारे समाज में सर्वोत्तम है : आचार्य भारद्वाज

भिण्ड, 11 अप्रैल। आर्य समाज के शताब्दी समारोह सम्मेलन के दूसरे दिन आचार्य योगेश भारद्वाज वैदिक प्रवक्ता पाणिनि आर्ष गुरुकुल बढ़ेडी मुजफ्फरनगर उप्र ने बताया कि आज के समय में माता का स्थान हमारे समाज में सर्वोत्तम है, माता ही बालक के सर्वांगीण विकास में सहायक है, किसी भी बालक की प्राथमिक पाठशाला माता होती है, जो बालक को प्रारंभिक शिक्षा देती है। बिन माता के बालक संस्कार हीन होते है। संतान के निर्माण में, घर के विकास में, व्यवस्था में माता का योगदान है। घर की पूरी व्यवस्था बनाने में महिलाओं का स्थान महत्वपूर्ण है।
इस अवसर पर सुश्री प्रियंका भारती भजनोपदेशिका कन्या गुरुकुल भुसावर राजस्थान, केशव मुनि वानप्रस्थी, आर्य मानसिंह यादव, धरमवीर यादव, महेश शरण थापक, रामदास वर्मा, रामदत्त तिवारी, किशनू कटारे, महेश तिवारी, सुभाष सोनी, डॉ. नरेश शर्मा, निर्मल आर्य, गिरीश सोनी, रामावतार कुशवाह, राजेश माली, ओमभागवती तिवारी, कैलाश तिवारी, नरेश परासर, सोमिल, भरत सहित तमाम महिलाएं एवं पुरुष उपस्थित थे।