पांच अप्रैल को दिल्ली रैली के लिए किसान सभा ने चलाया अभियान

भिण्ड, 28 मार्च। मप्र किसान सभा, सीटू, खेतिहर मजदूर यूनियन ने सोमवार को ग्रामीणों के बीच पहुंचकर पांच अप्रैल दिल्ली रैली में भारी संख्या में भागीदारी करने हेतु अभियान चलाया।
मप्र किसान सभा जिलाध्यक्ष प्रेम नारायण माहौर की अगुवाई में सोमवार को सबसे पहले चार सदस्यीय जत्था चंदहारा गांव पहुंचा, जहां पोरबंदर में हृदयघात से जान गवाने वाले सैनिक संतोष बघेल के यहां श्रृद्धांजलि में शामिल हुए, उसके बाद भ्यानी, सिरसौदा में घूमकर हरीरामपुरा में किसान सभा कार्यकर्ताओं की बैठक करते हुए जत्था लहचूरा पहुंचा। जहां पोस्टर लगाते हुए किसानों के बीच संपर्क कर पर्चा वितरण कर पांच अप्रैल को दिल्ली रैली में शामिल होने का सभी पदाधिकारियों ने किसानों को महत्व बताया।
जानकारी देते हुए मप्र किसान सभा कार्यकारी जिला सचिव वीरेन्द्र कुशवाहा ने बताया कि डेढ़ साल पहले दिल्ली में चले किसान आंदोलन में मोदी सरकार ने स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशें लागू कर फसल के लाभकारी मूल्य दिए जाने का आश्वासन दिया था। इसके अलावा किसानों की कर्जा मुक्ति, किसान उपयोगी चीजों पर सब्सिडी देने का भी भरोसा दिया था, किसानों पर आंदोलन के दौरान लादे गए मुकद्दमे वापस लेने, विद्युत अधिनियम 2020 वापस लेने, 44 श्रम कानून खत्म कर बनाए गए चार श्रम कोर्ट रद्द किए जाने, 26 हजार न्यूनतम वेतन देने, डीजल के दाम कम करने सहित तमाम मांगों को मानने का भरोसा मोदी सरकार द्वारा दिया गया था। मगर मोदी सरकार अपने वायदे से मुकर चुकी है। इसलिए इन्हीं मांगों को लेकर पांच अप्रैल को किसानों द्वारा लाखों की संख्या में एकत्रित होकर संसद पर प्रदर्शन किया जाएगा। जिसकी तैयारी प्रत्येक गांव में गरीबों के बीच पहुंचकर की जा रही है।
किसान नेता वीरेन्द्र सिंह कुशवाहा ने बताया कि मप्र किसान सभा जिलाध्यक्ष प्रेम नारायण माहौर के साथ हरगोविन्द जाटव, ओमप्रकाश बाथम, रघुवीर जाटव, गेंदालाल प्रजापति, प्रीतम सिंह कुशवाहा, अजय माहौर एवं लोकेन्द्र माहौर ने किसानों के बीच चलाए गए अभियान में भाग लिया, सभी ने पांच अप्रैल दिल्ली रैली सफल बनाने की अपील किसानों से की है।