जाट समाज वीरता का प्रतीक : डॉ. गोविन्द सिंह
गुलामी के चिन्हों का मिटाया जाएगा : पटेल
प्रभारी मंत्री ने महाराज भीमसिंह राणा की प्रतिमा का अनावरण किया
भिण्ड, 11 मार्च। प्रदेश के राजस्व एवं परिवहन तथा जिले के प्रभारी मंत्री गोविन्द सिंह राजपूत ने 500 वर्षों तक राज्य करने वाले गोहद के महाराज भीमसिंह राणा की भव्य अश्वारोही प्रतिमा का अनावरण किला परिसर में किया। साथ ही उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रृद्धा सुमन अर्पित किए। इस दौरान प्रदेश के किसान कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री कमल पटेल, मप्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविन्द सिंह, नगरीय विकास एवं आवास राज्यमंत्री ओपीएस भदौरिया, भिण्ड-दतिया सांसद श्रीमती संध्या राय, मप्र हस्तशिल्प एवं हाथकरघा विकास निगम के अध्यक्ष रणवीर जाटव, क्षेत्रीय विधायक मेवाराम जाटव, वीरेन्द्र सिंह राणा, एडीएम जेपी सैयाम, एएसपी कमलेश कुमार सहित अन्य अधिकारी एवं जनप्रतिनिधिगण उपस्थित रहे।
गोहद नगर पालिका द्वारा आयोजित राजा भीमसिंह राणा की प्रतिमा अनावरण कार्यक्रम का शुभारंभ कन्या पूजन के साथ हुआ। यहां राजनीतिक प्रतिस्पर्धा से परे हटकर एक ही मंच पर कांग्रेस भाजपा के नेताओं ने शिरकत की व कार्यक्रम का गरिमामयी बनाया। कार्यक्रम जाट समाज के वरिष्ठजनों का अतिथियों द्वारा शॉल व श्रीफल भेंट कर सम्मान किया। नगर पालिका परिषद एवं अखिल भारतीय जाट समाज द्वारा अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट किए गए।
इस अवसर पर भिण्ड जिले के प्रभारी मंत्री गोविन्द सिह राजपूत ने कहा कि यह हमारे लिए गौरव का दिन है, जब महापुरुष जन्म लेता हैं तो वह समाज को गौरवान्वित करता है, राजा भीमसिंह राणा ने 500 वर्ष तक शासन किया, उनके इतिहास को आने वाली पीढ़ी जाने इसके लिए गोहद किले पर राजा भीमसिंह राणा का इतिहास लिखा जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने गोहद सिविल अस्पताल व गोहद महाविद्यालय का नाम राजा भीमसिंह राणा के नाम से किए जाने की घोषणा की।
नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविन्द सिंह ने कहा कि जाट समाज वीरता का प्रतीक है, इसका प्रत्यक्ष प्रमाण सेना में जाट के नाम से रेजिमेंट है। उन्होंने कहा कि राजनीति कबड्डी के खेल की तरह है, जिसमें एक पार्टी हारती है तथा दूसरी विजय होती है, ऐसे ही चुनाव में हरजीत के बाद एक हो जाना चाहिए, हमें दुर्भावना नहीं रखना चाहिए।
कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा कि अब अकबर के महान होने का समय गया, अकबर द्वारा हमारे पूर्बजों पर अत्याचार किया गया, घूंघट प्रथा, बाल विवाह ये अत्याचार की कहानी बयां करते हैं, अब गुलामी के चिन्हों को हटाया जाएगा, अब ऐतिहासिक स्थलों की पहचान सच्चे सपूतों के नाम से होगी। कार्यक्रम को सांसद संध्या राय, राज्यमंत्री ओपीएस भदौरिया, विधायक मेवाराम जाटव, वीरेन्द्र राणा, नपा अध्यक्ष मंजू माहोर ने भी संबोधित किया।
गोहद पर सौगातों की बौछार
राजा भीमसिंह राणा की मूर्ति अनावरण कार्यक्रम में गोहद में सौगातों की बौछार हुई। यहां कृषि मंत्री कमल पटेल ने कृषि उपज मण्डी का नाम भीमसिंह राणा के नाम से किए जाने के साथ गोहद मण्डी में सीसी कंक्रीट बिछाने के लिए 10 करोड़ रुपए साथ ही सेमिनार हॉल का निर्माण की घोषणा की। साथ प्रभारी मंत्री गोविन्द राजपूत ने गोहद किले को विश्व स्तर का पर्यटन स्थल बनाने के लिए प्रस्ताव बनाकर भेजने के निर्देश अपर कलेक्टर को दिए।
इनका हुआ सम्मान
कार्यक्रम में जाट समाज के महेन्द्र सिंह राणा, जण्डेल राणा, जगदीश राणा, विजयपाल सिंह राणा, मंगल सिंह राणा, हरीसिंह राणा, मेघसिंह राणा, बद्रीसिंह राणा, राजेन्द्र सिंह राणा, निरंजन सिंह राणा, अमर सिंह राणा, मोहकम सिंह राणा का सम्मान किया गया।
लालसिंह आर्य की हुई चर्चा
भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा राष्ट्रीय अध्यक्ष लालसिंह आर्य को डॉ. गोविन्द सिंह व प्रभारी मंत्री गोविन्द सिंह राजपूत ने याद किया। उनके उपस्थित न होने का कारण संगठन के कार्य से बाहर होना बताया गया है। उल्लेखनीय है कि राजा भीमसिंह राणा की प्रतिमा की स्थापना उनके ही कार्यकाल में की गई, उनके चुनाव हारने के बाद अनावरण न हो सका, फिर प्रतिमा को गोहद चौराहा पर स्थापित करने का मुद्दा उठा, लेकिन आज कार्यक्रम में सत्तापक्ष व विपक्ष दोनों ने लालसिंह आर्य की सोच पर मोहर लगा दी।