श्रीमद् भागवत और रामकथा हमारे धर्म को जीवित रखती है : ओपीएस

मेहदवा में चल रही श्रीमद् भागवत कथा में शामिल हुए राज्यमंत्री भदौरिया

भिण्ड, 31 दिसम्बर। मप्र सरकार में नगरीय प्रशासन आवास राज्यमंत्री ओपीएस भदौरिया अपने निर्धारित कार्यक्रम के तहत मेहगांव विधानसभा क्षेत्र के कई धार्मिक अनुष्ठान एवं ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंचकर शामिल हुए। वहीं रौन में चल रही श्रीमद् भागवत कथा में पहुंचकर कथा श्रवण किया और व्यास पीठ पर विराजमान कथावाचक से आशीर्वाद ग्रहण कर आरती की।


राज्यमंत्री ओपीएस भदौरिया ने जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि श्रीमद् भागवत और रामकथा हमारे धर्म और शास्त्रों को जीवंत रखती है। प्रभु श्रीराम एक राजा ही रह जाते अगर वह अपने जीवन में दो कार्य नहीं करते। इसे स्पष्ट करते हुए कहा कि राम ने अपने पिता दशरथ और माता कैकई की बात बिना झिझक के स्वीकार कर खुशी-खुशी 14 साल के वनवास चले गए, जिससे उसी दिन वह मर्यादा पुरुषोत्तम राम बन गए। उन्होंने कहा कि श्रीराम ने 14 साल के वनवास के दौरान बहुत सारे लोगों की मदद की जिससे उनकी प्रभुता बन गई और वे भगवान बन गए। ऐसे ही तो भगवान बनते हैं। हमारे बहुत से नौजवान हैं जिन्हें हम पहचानते नहीं, लेकिन वे अपने मां-बाप का कहना मानकर गरीबों और हर जीव की मदद करते हैं, जिससे उनमें भी प्रभुता आ जाती है। जनता दरबार में लोगों की समस्याओं को सुनकर उनका निस्तारण किया। उन्होंने कहा कि हम सब अपनी पुरानी संस्कृति को श्रीमद् भागवत कथा और राम कथा एवं भगवान राम और कृष्ण की बाल लीलाएं के बारे में उनके विचार और सिद्धांतों को समझाने का कार्य हमारे व्यास वाचक जी द्वारा किया जा रहा है, इन्हें हम अपने अध्यात्मिक और सनातन धर्म को मजबूत करते हुए हिन्दुत्व की धारा को मजबूत करने के लिए आगे आए और यही कथा का संदेश है।

प्रधानमंत्री की माताजी के निधन पर भिण्ड में अर्पित की पुष्पांजलि

राज्यमंत्री भदौरिया ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की माताजी हीराबा निधन पर के सिटी पैलेस भिण्ड में आयोजित कोर कमेटी की बैठक में उनकी छाया चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। वहीं विधानसभा क्षेत्र के ग्राम निवसाई में आपका सेवक आपके द्वार के तहत क्षेत्रीय जन समस्याओं को सुना और अविलंब समाधान के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए। ग्राम काशीपुरा में जनक सिंह यादव की माताजी के निधन पर उनके निवास पर पहुंचकर शोक संवेदना व्यक्त कर दिवंगत आत्मा को श्रृद्धांजलि अर्पित की।