भिण्ड, 09 दिसम्बर। आचार्य श्री 108 विमर्श सागर महाराज धर्मनगरी भिण्ड में विराजमान है। शुक्रवार को आचर्यश्री ससंघ चैत्यामलय जैन मन्दिर से चल कर गुनाबाई श्री शांतिनाथ जिनालय महावीर गंज पहुंचे। वहां विशाल जनसमूह के साथ आचार्य श्री 108 विमर्श सागर महाराज का 40वां मुनि दीक्षा दिवस मनाया गया।
महावीर गंज चौराहे पर आचार्यश्री ससंघ के सानिध्यी एवं मार्गदर्शन में गुरुदेव का 40वां मुनि दीक्षा दिवस मनाया गया। सर्वप्रथम मंगलाचरण, दीप प्रज्जवलन, आचार्यश्री का पाद प्रक्षालन किया गया। आचार्यश्री के संघस्थ शिष्यों ने अपने दादागुरू के चरणों में श्रृद्धा पुष्प विनयांजलि समर्पित की। तत्पश्चात गणाचार्य श्री 108 विराग सागर महाराज की श्रेष्ठ उत्तम द्रव्यों से महार्चना की और आचार्य श्री विमर्श सागर महाराज की महापूजा की गई। संपूर्ण भिण्ड समाज ने उत्साह-उमंग के साथ नृत्य करते हुए आचार्यश्री की महापूजा कर अपने सौभाग्य का वर्धन किया।
आचार्य गुरुवर ने जन्म लिया तो बाहर की आंख खुली और जब उन्होंने अपने अंदर की आंख खोली तब उनके जीवन में संयम प्रगट हुआ। उन्होंने अपनी अल्पवय में ही सभी के प्रेरणा स्त्रोत बनकर संयम को धारण किया। आचार्य गुरुवर ने अपने जीवन में प्रभु की परीक्षा की है, गुरू की भी परीक्षा की और शिष्यों की परीक्षा तो वे निरंतर करते ही रहते हैं। आपकी संयम की भावना भले ही अल्पवय में जाग्रत हो गई थी, किंतु उनके मंसूबे बहुत उच्च एवं श्रेष्ठ थे। आपने बुढ़ार ग्राम में क्षुल्लक दीक्षा धारण की थी और वात्सल्य रत्नाकर आचार्य श्री विमल सागर महाराज से औरंगाबाद महाराष्ट्र में मात्र 20 वर्ष की आयु में संयम मुनि दीक्षा धारण की थी। सन 1992 में आपको आचार्य पद पर प्रतिष्ठित किया गया। आपको आचार्य विमल सागर के सभी शिष्यों में सबसे अधिक दीक्षा देने का गौरव प्राप्त है। गुरुदेव युग के श्रेष्ठा संत हैं और अभी अपनी जन्मभूमि पथरिया में विराजमान हैं। हम गुरुदेव के संयम की अनुमोदना करते हैं।
कल निकलेगी बाईक रैली
जैन समाज के प्रवक्ता पार्षद मनोज जैन ने जानकारी देते हुए बताया कि 11 दिसबंर को बाईक रैली निकलेगी। 12 दिसंबर को गुरुदेव का आचार्य पदरोहण होगा। 13 दिसंबर को शांतिनाथ दिव्यार्चना और 14 दिसंबर को कीर्तिस्तंभ परिसर में 25वां रजत विमर्श संयमोत्साव मनाया जाएगा।