श्रवण कुमार की लीला देख भाव विभोर हुए दर्शक

दशरथ को पुत्र वियोग में मरने का दिया श्राप

भिण्ड, 29 अक्टूबर। दंदरौआ सरकार श्रीश्री 1008 महामण्डलेश्वर श्री रामदास जी महाराज की अध्यक्षता में मां सरस्वती सामाजिक एवं धार्मिक रामलीला मण्डल मेहगांव द्वारा मंचित श्री रामलीला में शनिवार को मातृ-पितृ भक्त श्रवण कुमार की लीला का मंचन स्थानीय कलाकारों द्वारा किया गया। श्री रामलीला मंचन कार्यक्रम का शुभारंभ विष्णु भगवान की आरती के साथ किया गया।


रामलीला में सर्वप्रथम महातपस्वी राजा शांतुन और ज्ञानवंति देवी के संवाद की सुंदर लीला का मंचन हुआ। जिसमें नारद द्वारा पुत्र प्राप्ति के लिए नेत्र ज्योति के अर्पित करने की बात कही गई, जिसे दंपति स्वीकर कर लेते हैं और उन्हें श्रवण कुमार के रूप में मातृ-पितृ भक्त बालक प्राप्त होता है। बालक श्रवण अपने माता-पिता को कांवर में लेकर तीर्थ यात्रा के दौरान जब सरयू नदी पर अपने अंधे माता-पिता के लिए जल लेने गए श्रवण कुमार को अयोध्या नरेश दशरथ का शब्दभेदी बाण लग जाता है और श्रवण कुमार की मृत्यु हो जाती है। उसके पश्चात श्रवण कुमार के माता-पिता द्वारा दशरथ को पुत्र वियोग में तड़प-तड़प कर मरने का श्राप दिया जाता है। मंचन स्थल पर श्रवण कुमार की मार्मिक लीला का मंचन देखकर दर्शक भी भाव विभोर हो उठे। इसके पश्चात रावण दिग्विजय व राक्षस के अत्याचार का मंचन किया गया। आज धनुष यज्ञ की लीला दिखाई जाएगी। रामलीला समिति के पदाधिकारियों ने नगर व आस-पास के धर्म प्रेमी बंधुओं को उपस्थित होने की अपील की है।