लम्पी वायरस से मृत गायों को बेसली में डालने का वीडियो हुआ था वायरल
भिण्ड, 17 अक्टूबर। नगर पालिका गोहद के कर्मचारियों द्वारा लापरवाही की बातें आम हैं, लेकिन कुछ कार्य इस तरह के कर दिए जाते हैं जिससे जनमानस के स्वास्थ्य के अनुरूप नहीं होते है। गुरुवार दोपहर नपा कर्मियों ने लम्पी वायरस से मृत गायों को बेसली नदी में फेंक दिया, देश में फैले लम्पी वायरस पशुओं के लिए उतना ही घातक जैसे कोविड-19 मानव समाज के लिए था। लंपी वायरस पशुओं खासकर गाय जो आवारा व खुले में घूमती है, उनके लिए बड़ा ही घातक वायरस है, पूरा जिला ही इसकी चपेट में आ चुका है। गोहद नगर में भी सैकड़ों गायों में यह बीमारी फैल चुकी हैं, जिससे दर्जनों गायों की मौत हो चुकी है। लम्पी वायरस से मृत गाय को जमीन में गाढऩे का नियम व तरीका सबसे बेहतर है। लम्पी वायरस से मृत गाय को नगर पालिका गोहद के कर्मचारियों द्वारा सार्वजनिक स्थानों या नदियों में डाल देना बड़ा ही घातक और जनमानस के स्वास्थ्य के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। मृत गाय को पानी में डालने से कई दिनों तक शव पानी में सड़ते रहेंगे और बहते रहेंगे, जब कही किनारे पहुंचेंगे तो आवारा जानवर भी अपना काम करेंगे और निश्चित ही वह वायरस बस्तियों और घरों तक पहुंचते देर नहीं लगेगी।
नगर पालिका कर्मचारियों की लापरवाही का वीडियो सामने आने पर सीएमओ सतीश दुबे ने आनन-फानन में दोनों कर्मचारियों को सेवा से पृथक करने का आदेश पारित कर दिया। लेकिन नदी में डालने वाला वीडियो तो वायरल हो गया, लेकिन नपा कर्मी इतने बेलगाम हो गए हैं कि वो किसी की नहीं सुनते, कहीं भी कचड़ा डाल देना मृत जानवरों के शवों को फेक देना उनके लिए आम है। नपा अधिकारियों को इसी तरह कड़े निर्णय लेने होंगे, तब कहीं जाकर नपा कर्मियों की मनमर्जी पर अंकुश लगेगा।
इनका कहना है-
लम्पी वायरस से मृत गायों को नदी में फेंकना गलत है, इस तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी, जैसे ही मुझे पता लगा मैंने दोनों कर्मियों को नपा की सेवा से पृथक कर दिया है।
सतीश दुबे, सीएमओ गोहद