वर्षा ऋतु में रखें सावधानियां रखने कलेक्टर व सीएमएचओ ने दी सलाह
भिण्ड, 02 अगस्त। जुलाई-अगस्त वर्षा ऋतु के दिनों में सर्पदंश की घटनाएं प्राया देखीं जातीं हैं और समय पर उपचार न मिल पाने के कारण पीडि़त व्यक्ति की मृत्यु का खतरा होता है। यदि सर्पदंश के मरीज को तत्काल उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराए जाने पर उसकी जान बचाई जा सकती है। कलेक्टर डॉ. सतीश कुमार एस ने जिले की जनता से अपील की है कि सर्पदंश की घटना होने पर तत्काल निकटतम के अस्पताल में लाने का प्रयास करें, जिससे चिकित्सक के परामर्श अनुसार उचित उपचार मिल सके।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अजीत मिश्रा ने जानकारी देते हुए बताया कि जहरीले सांप के दांत के नीचे बिष की थैली होती है। सांप के काटने पर विष की थैली से सीधे शरीर में खून के माध्यम से जहर फैलने लगता है। सांप के काटने पर करीब-करीब 95 प्रतिशत ममालों में देखे गए लक्षणों में नींद का आना है, इसके साथ कुछ निगलने या सांस लेने तकलीफ जैसे लक्षण आमतौर देखे गए हैं। ऐसा होने पर सर्वप्रथम गीले कपड़े से डंक की जगह की चमड़ी को साफ करें। सांप के काटे व्यक्ति को करवट लेकर लिटाएं और जहां सांप ने काटा है उस स्थान को हल्के कपड़े से बांध कर रखें एवं प्रयास करें कि शीघ्र अति शीघ्र उस व्यक्ति को नजदीकी अस्पताल ले जाया जा सके। जहर को मारने के लिए अस्पताल में नि:शुल्क एंटी स्नेक वैनम इंजेक्शन लगाया जाता है। यह इंजेक्शन जिले के खण्ड स्तरीय स्वास्थ्य संस्थानों पर भी उपलब्ध है। डॉ. मिश्रा ने आम जनता से अपील की है कि बारिश के मौसम में अंधेरा होने पर पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था रखें, झाडियों में अथवा पानी से भरे गड्ढों में जाने से बचें एवं पैरों में चप्पल, जूतों का उपयोग करें और झाड़-फूंक जैसे किसी भी अंधविश्वास में ना पड़ें।