‘सीधे हैं तो राम, पलट गए तो परशुराम, यही है हिन्दुत्व का अभियान’ बैनर से भाजपा नेता हृदेश शर्मा ने अपनाया विद्रोही अभियान

भिण्ड, 06 अगस्त। ब्राह्मण समाज के युवा नेता अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा के जिला भिण्ड के अध्यक्ष हृदेश शर्मा के समर्थ कौन है, सीधा भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश नेतृत्व को इशारों-इशारों में हमला करते हुए ब्राह्मण समाज की उपेक्षा का संदेश सोशल मीडिया पर वायरल पोस्टर से दे दिया है।


अनेक वर्षों से भारतीय जनता पार्टी में काम करने वाले वरिष्ठ नेता हृदेश शर्मा का अचानक इस प्रकार सोशल मीडिया पर समर्थकों के साथ आना और नारों के नारों के शब्दों से सीधा मतलब भारतीय जनता पार्टी से नाराजगी प्रदर्शन करना साबित हो रहा है। भिण्ड जिले में अभी सामाजिक दृष्टिकोण से ब्राह्मण समाज सत्ताधारी दल भाजपा में उपेक्षित महसूस कर रहा है, समाज का अधिकांश तब का अनेक वर्षों से काम कर रहे हृदेश शर्मा के साथ खड़ा होकर आज समाज की आवाज बन गया है। हृदेश शर्मा भारतीय जनता पार्टी से आते हैं और उन्होंने 10 अक्टूबर 2019 को भिण्ड जिले के प्रवास पर आए तत्कालीन कांग्रेसी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया का होर्डिंग पोस्टर लगाकर सार्वजनिक स्वागत किया गया था, उस स्वागत में उन्होंने ज्योतिरादित्य सिंधिया को भारतीय जनता पार्टी श्रीमती राजमाताजी के द्वारा स्थापित करने का आह्वान करते हुए भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने की सार्वजनिक आग्रह किया था, जिसके फलस्वरूप ज्योतिरादित्य सिंधिया 10 मार्च 2020 को अपने अनेक विधायक साथियों के साथ भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के समक्ष कांग्रेसी त्यागपत्र देकर शामिल हो गए थे। हृदेश शर्मा का तत्कालीन समय भाजपा जिला अध्यक्ष के लिए संगठन से हरी झण्डी मिल गई थी, लेकिन तत्कालीन ज्योतिरादित्य सिंधिया के स्वागत बैनर के कारण विरोधी लोगों ने नाम पर आपत्ति लगाकर रुकवा दिया था। ब्राह्मण समाज के युवा नेता हृदेश शर्मा का राजनीतिक सफर लहार क्षेत्र के ग्राम धर्मपुरा से युवा मोर्चा का जिला अध्यक्ष के रूप में हुआ और हमेशा से ही पार्टी के प्रति निष्ठावान और समर्पित रहे, जिस कारण कांग्रेसी विधायक वर्तमान नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविन्द सिंह के प्रमुख प्रतिद्वंदी के रूप में जिले में नाम प्रचलित है, वर्तमान में सोशल मीडिया पर जो पोस्टर वायरल हो रहे हैं उस पर लिखे शब्दों से सीधा-सीधा मतलब दिख रहा है कि उन्होंने भारतीय जनता पार्टी से नाराजगी व्यक्त करते हुए 2023 का परिणाम के शब्दों को लिखकर प्रदेश नेतृत्व को संदेश दिया है, 2013 में हृदेश शर्मा लहार विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के टिकट के ब्राह्मण समाज से प्रबल दावेदार थे, लेकिन संगठन के आदेश पर उन्होंने पार्टी के प्रत्याशी रसाल सिंह को ना केवल सहयोग प्रदान किया, विधानसभा क्षेत्र में पार्टी को मजबूत करने हेतु जी जान लगा दी, जिसके फलस्वरूप पार्टी ने कांग्रेस को कड़ी चुनौती दी, हृदेश शर्मा भिण्ड जिले में ब्राह्मण समाज के तेज तर्रार नेताओं में शुमार हैं, साथ ही पार्टी हितैषी कार्यों के लिए माने जाते हैं। संगठन द्वारा लगातार किए जा रहे नजरअंदाज के चलते उन्होंने अपना बागी रुख अपनाते हुए पार्टी और सरकार को 2023 के लिए स्पष्ट संदेश दे दिया है कि अब ब्राह्मणों की उपेक्षा ना केवल भिण्ड जिले में बल्कि ग्वालियर-चंबल संभाग में इसका खामियाजा सत्ताधारी दल को उठाना ही होगा।


पार्टी सूत्रों के अनुसार लहार विधानसभा क्षेत्र से संगठन द्वारा जिलाध्यक्ष की अनुशंसा सहित कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिए जाने का प्रस्ताव प्रदेश संगठन और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भेजा जा चुका है, हृदेश शर्मा पूर्व राज्यसभा सांसद वरिष्ठ नेता रघुनंदन शर्मा के नजदीकी एवं कट्टर समर्थक होने के कारण भाजपा के अंदरूनी गुटबाजी के चलते हाशिए पर चले गए हैं। हृदेश शर्मा के साथ भारतीय जनता पार्टी के जिला भिण्ड के अनेक पूर्व जिला अध्यक्ष, विधानसभा प्रत्याशी सहित कई वरिष्ठ नेता पर्दे के पीछे रहकर सहयोग प्रदान कर आर पार की लड़ाई लडऩे का संदेश दे रहे हैं, अगर पार्टी सचेत नहीं हुई तो वह ग्वालियर-चंबल संभाग में ब्राह्मण समाज के असंतुष्ट नेताओं को एक मंच पर लाकर पार्टी को 2023 मिशन में सत्ता से बेदखल करने हेतु संगठित करेंगे।


इनका कहना है-

हम पहले ब्राह्मण सामाजिक संगठन के जिला अध्यक्ष हैं, बाद में भाजपा कार्यकर्ता समाज के साथ अन्याय बर्दाश्त नहीं होगा, इसके लिए हम कोई भी बलिदान देने को तैयार हैं।
हृदेश शर्मा, जिला अध्यक्ष अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा भिण्ड एवं पूर्व जिला प्रवक्ता भाजपा