सुख में सब साथ देते हैं, दुख के समय धर्म ही साथ देता है : विनय सागर

प्रतिदिन सुबह 8:30 बजे से माधवगंज में होंगे मुनिश्री के मंगल प्रवचन

ग्वालियर, 16 जुलाई। धर्म के मूल में ही व्यक्ति का कल्याण है। जीवन में अपने धर्म, देव, गुरु, माता, पिता को कभी नहीं भुलाना चाहिए। धर्म ही संकट के समय साथ देगा। सुख में सब साथ देते हैं, लेकिन दुख के समय धर्म ही साथ देता है। अपने संस्कारों, संस्कृति को आत्मसात करें। जिसने भी गुरू, माता-पिता को धोखा दिया, उनको कष्ट सहन करना पड़ा है। माता-पिता, गुरू के उपकार कभी नहीं भूलना चाहिए। यह विचार श्रमण मुनि श्री विनय सागर महाराज ने शनिवार को माधवगंज स्थित अशियाना भवन चातुर्मास स्थल पर धर्मसभा को संबोधित करते हुए व्यक्त किए।


मुनिश्री ने कहा कि शिक्षा संस्कारों के साथ मिले उसे स्वीकार करना चाहिए। प्रभु का नाम, ज्ञान, ईश्वर की आराधना, जिनवाणी, गुरुवाणी करना चाहिए। धर्म के आगे दुनिया को झुकना ही पड़ता है। जितना धर्म रूपी बीज बोया गया है, मिट्टी में मिलकर फलीभूत होता है।

आज इंसान दूसरों को नीचा दिखाने का कार्य करता है

मुनि श्री विनय सागर महाराज ने कहा कि सम्यक दर्शन, सम्यक दृष्टि अपनाते हुए जीवन व्यतीत करें। आज व्यक्ति स्वार्थ पूर्ति में डूबा हुआ है। अपने स्वार्थों की पूर्ति के लिए एक दूसरे को नीचा दिखाने का प्रयास कर रहा है। एक साधु दूसरे की बुराई करने में, एक व्यक्ति दूसरे से ईष्र्या करने लगा है। आज का इंसान दूसरों को नीचा दिखाने का कार्य करता है, दूसरों की वृद्धि को देखकर जलता है। व्यक्ति अपने से ज्यादा सामने वाले को देखकर जलता है। हर इंसान को अपने ऊपर विश्व होना चाहिए।

संसार में तीन प्रकार के लोग होते हैं

मुनिश्री ने कहा कि मनुष्यों में सभी गुणों के बीच में कृतज्ञता का गुण मिलना बहुत कठिन है। संसार में तीन प्रकार के लोग होते हैं दुर्जन, सज्जन और साधु। इन तीनों के स्वभाव अलग-अलग हुआ करते हैं। दुर्जन स्वभाव वाला व्यक्ति वह होता है जो अपने ऊपर किए गए उपकार को कभी स्वीकारता नहीं है एवं उपकारी को भूल जाता है। कृतज्ञता के गुण से रहित होता है। सज्जन स्वभावी व्यक्ति जो दूसरों के द्वारा किए गए उपकार को नहीं भूलता, उनके प्रति हमेशा कृतज्ञता ज्ञापित करता है। साधु स्वभाव वाले वे होते हैं जो अपने ऊपर किए गए उपकार को स्वीकार करते हैं, उपकारी के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करते हैं और दूसरों का उपकार भी करते हैं।

मुनिश्री के पाद प्रक्षालन कर दीपो से महा आरती उतारी

समाज के प्रवक्ता सचिन जैन ने बताया कि मुनि श्री विनय सागर महाराज के पाद प्रक्षालन दिगंबर जैन जागरण मंच ग्रेटर के अध्यक्ष महेन्द्र जैन, सचिव दिनेश जैन, नीरज जैन, अमित जैन, दीपक जैन ने सामूहिक रूप से किए। मुनिश्री की दीपों से महाआरती नरेशचंद-मीना जैन, अवनीश जैन सहित जैन समाज के लोगों ने संगीतमय भक्तिभाव के साथ नृत्य करते हुए उतारी। मुनिश्री के मंगल प्रवचन प्रतिदिन सुबह 8:30 बजे से चातुर्मास स्थल अशियाना भवन डॉ. आहूजा वाली गली माधवगंज ग्वालियर होंगे।