कोई भी व्यक्ति धर्म से अलग होकर नहीं रह सकता है : विनय सागर

माधौगंज जैन समाज को प्राप्त हुआ मुनिश्री विनय सागर महाराज का चार्तुमास

ग्वालियर, 26 जून। व्यक्ति को जीवन जीने के लिए भोजन की तरह धर्म की आवश्यकता होती है। कोई भी व्यक्ति धर्म से अलग होकर नहीं रह सकता है। धर्म से अलग होकर जीने का अर्थ है व्यक्ति अपने मूल स्वभाव से अलग होकर जीने का प्रयास कर रहा है, जबकि किसी भी तत्व को उसके स्वभाव से अलग नहीं किया जा सकता। यह विचार मुनिश्री विनय सागर महाराज ने आज रविवार को गस्त का ताजिया स्थित कुन्दकुन्द अपार्टमेंट में धर्मसभा को संबोधित करते हुए कही


मुनिश्री ने कहा कि कोई भी वस्तु अपने धर्म से अलग अमूमन नहीं हो सकता है। जिस तरह हर वस्तु का अपना स्वभाव होता है उसी तरह हर प्राणी का, हर इंसान का अपना धर्म होता है। 24 घंटे व्यक्ति अपनी सहज शांति के साथ रह सकता है लेकिन क्रोध में चौबीस घंटे नहीं रह सकता।इसका अर्थ यह हुआ कि क्रोध इंसान का मूल धर्म नहीं है, केवल परिस्थिति या निमित्त के कारण क्रोध पैदा होता है। निमित्त परिस्थिति और वातावरण के चलते एक अतिरिक्त विधर्म हमारे भीतर प्रविष्ट हो जाता है। प्रेम, शांति, करुणा,आनन्द ये सब हमारे मूल धर्म हैं।

मुनिश्री के सानिध्य में गठित हुई चातुर्मास समिति, श्रीफल भेंटकर लिया आशीर्वाद

जैन समाज के प्रवक्ता सचिन जैन ने बताया कि श्रमण मुनिश्री विनय सागर महाराज के सानिध्य में साधनमय बर्षयोग समिति माधोगंज की गठित की गई। जिसमें समिति के अध्यक्ष कमलेश जैन, उपाध्यक्ष डॉ विकास जैन, संजय जैन, स्वागताध्यक्ष राजेश जैन (लाला) सचिव सुशील जैन, सहसचिव हेमन्त जैन, महामंत्री जितेंद्र जैन, मंत्री शेलेन्द्र जैन नीरज जैन, कोषाध्यक्ष वीरेन्द्र जैन बाबा, सहकोषाध्यक्ष भरत जैन, प्रचार मंत्री विपुल जैन, भूपेन्द्र जैन, एवं मिडिया प्रवक्ता प्रभारी सचिन जैन आदर्श कलम को नियुक्त किया है। मुनिश्री के चरणों मे नवीन समिति के पादधिकारियो ने श्रीफल भेंटकर मंगल आशीर्वाद लिया।संचालन उमेश जैन ने किया मुनिश्री के सानिध्य में चातुर्मास की अन्य समितियां नियुक्ति की जाएंगी।

मुनिश्री की चातुर्मास के लिए भव्य नगर प्रवेश शोभायात्रा निकाली जाएगी 11 को

साधनमय पावन बर्षयोग समिति माधोगंज एवं सकल जैन समाज की ओर से श्रमण मुनिश्री विनय सागर महाराज का 2022 चातुर्मास के लिए 11 जुलाई को भव्य नगर प्रवेश शोभायात्रा निकाली जायेगी। यह शोभायात्रा यात्रा दौलतगंज जैन मंदिर से शुरू होकर पारख जी का बड़ा, सराफा बाजार, डीडवाना ओली, गस्त का ताजिया, नई सड़क, दाना ओली, मोर बाजार, महाराज बाड़ा, चिटनीस की गोठ, रॉक्सी टॉकीज से होते हुई माधोगंज जैन मंदिर में प्रवेश होगा।

अपना अधिकांश जीवन अपने कर्मों में ही निकाल दिया

मुनि ने कहा कि आप लोगों ने अपना अधिकांश जीवन अपने कर्मों में ही निकाल दिया, लेकिन इस 2022 के चातुर्मास के लिए आप सभी लोग आत्मा के लिए धर्म के नाम से ज्यादा से ज्यादा समय निकालें। मनुष्य का जीवन पुण्य आत्माओं को प्राप्त होता है। ऐसे में हम सभी लोग इस जीवन में ज्यादा से ज्यादा धर्म को अपने जीवन में उतारे। जीव दया में आप से जीतना हो सके रोज या साल में अवश्य दान करें, क्योंकि जीव दया से आपके पाप कर्मों में कमी आएगी।