भिण्ड, 21 अप्रैल। परिवहन एवं राजस्व विभाग मंत्री एवं भिण्ड जिले के प्रभारी मंत्री गोविन्द सिंह राजपूत ने जिले में स्वामित्व योजना का शुभारंभ जिला पंचायत के सभागार में किया। इस दौरान नगरीय विकास एवं आवास राज्यमंत्री ओपीएस भदौरिया, बीज विकास निगम के उपाध्यक्ष डॉ. राजकुमार कुशवाहा, लहार विधायक डॉ. गोविन्द सिंह, भिण्ड विधायक संजीव सिंह कुशवाह, गोहद विधायक मेवाराम जाटव, जिला पंचायत अध्यक्ष रामनारायण हिण्डोलिया, कलेक्टर डॉ. सतीश कुमार एस, पुलिस अधीक्षक शैलेन्द्र सिंह चौहान, भाजपा जिलाध्यक्ष नाथूसिंह गुर्जर सहित विभिन्न विभागों के जिला अधिकारी उपस्थित थे।
प्रभारी मंत्री गोविन्द सिंह राजपूत ने कहा कि स्वामित्व योजना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की एक महत्वाकांक्षी योजना है, जिसके तहत गांवों के लोगों की आवासीय संपत्ति के अभिलेख में पूरा ब्यौरा दर्ज किया जा रहा है। इस योजना के तहत ग्रामीण इलाकों की संपत्तियों से जुड़ी भौतिक प्रतियां प्रॉपर्टी मालिकों को दी जाएंगी। स्वामित्व योजना गांव में रहने वाले लोगों को आत्मनिर्भर बनाने में बहुत ही कारगर और मददगार साबित होगी।
स्वामित्व योजना के अहम लाभ
स्वामित्व योजना अंतर्गत शहरों की तरह ही गांव में भी बैंकों से लोन ले सकते हैं। क्योंकि जब आपके पास स्वामित्व होगा तो उस संपत्ति के आधार पर आप बैंक से लोन ले सकते हैं जो आपके जीवन में नए आयाम को बढ़ावा देने में सार्थक सिद्ध होगा। स्वामित्व योजना द्वारा वैज्ञानिक तकनीक के जरिए मालिकाना हक से गांवों के निवासी अपनी संपत्ति का वित्तीय उपयोग भी सुनिश्चित कर पाएंगे। इससे गांवों के आवासीय क्षेत्र का रिकार्ड भी पंचायतों को प्रदान कर सकेंगे। इससे संपत्तियों को कर संग्रह के दायरे में भी लाया जा सकेगा और इससे आसानी से कर संग्रह संभव हो पाएगा। इस आमदनी से पंचायतें अपने ग्रामीण क्षेत्र में बेहतर और कारगर सुविधाएं भी दे पाएंगी। स्वाभाविक है कि संपत्ति के स्पष्ट आंकलन और मालिकाना हक का निर्धारण होने से उनकी कीमतों में भी एगी। देखा जाए तो ड्रोन सर्वेक्षण तकनीक के उपयोग से ग्राम पंचायत के पास गांव का सटीक रिकॉर्ड और मानचित्र होगा। योग कर वसूली, भवन निर्माण के लिए परमिट जारी करने में और अवैध कब्जा समाप्त करने आदि के लिए किया जा सकता है।