शाला प्रबंध समिति के हक पर डाका, प्रामावि में सीधा भेजा सामान

चहेतों को दिया टेंडर, तीन हजार का माल 10 हजार का पेमेंट

भिण्ड, 30 मार्च। शिक्षा में गुणवत्ता में सुधार के लिए भले ही विभाग मेबेठे अधिकारी काम करने में जी चुराते हों, लेकिन बजट को बंदरबांट करने में जरा भी नहीं हिचकिचाते। गोहद ब्लॉक में स्थित प्राथमिक माध्यमिक विद्यालयो में छात्र-छत्राओं की उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए बीईओ बीआरसी कभी विद्यालयों का निरीक्षण करना उचित नहीं समझते। आज हालात यह है कि विद्यालयों के ताले नहीं खुलते, पदस्थ स्टाफ महानगरीय सभ्यता में निवास जर रहा है, शिक्षा विभाग में दस लाख का घोटाला सामने आया है।
गोहद शिक्षा विभाग बीआरसी कार्यालय से 156 शासकीय माध्यमिक विद्यालय एवं 339 प्राईमरी विद्यालयों के लिए प्रति वर्ष 10 हजार रुपया माध्यमिक विद्यालय पांच हजार रुपया, प्राइमरी विद्यालयों के लिए शिक्षा विभाग द्वारा शाला प्रबंधन समिति के खाते में भेजे जाते थे। उक्त राशि को शाला प्रबंधन समिति जरूरत पडऩे पर विद्यालय में खर्च करना होता है, मगर इस बार ऐसा नहीं हुआ है। उक्त राशि को बीआरसी कार्यालय ने अपनी चाहेती कंपनी मां शारदा देवी प्रेस कंपनी भिण्ड द्वारा उक्त राशि के लिए टेंडर मंगाए गए, जिस पर विद्यालय में खेल सामग्री के सामान भेज भेज दिया गया। उक्त सामान मात्र दो से तीन हजार रुपए का है, जबकि माध्यमिक विद्यालय से 10 हजार रुपए एवं प्राथमिक विद्यालय से पांच हजार रुपए पहुंचे हैं, जब इसकी शिकायत विद्यालय प्रबंधन समिति ने जिला कलेक्टर एवं वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया, जिस पर यह मामला गंभीरता से लिया गया। जिलाधीश ने गोहद एसडीएम शिवम शर्मा को जांच के आदेश दिए, जिस पर चार सदस्य टीम गठित की गई है। जांच चल रही है। माना जाता है कि उक्त राशि का बंदरबांट ब्लॉक से लेकर शिक्षा के वरिष्ठ अधिकारी इसमें लिप्त हैं। अब देखना यह है जांच पर कितनी आ जाती है या यूंही मामला ठण्डे बस्ते में चला जाएगा।