तीन साल में दुगने करने के नाम पर 25 करोड़ की लगाई चपत

कोतवाली पुलिस ने पूना से दबोचा आरोपी, हजारों लोगों को लगाया चूना

भिण्ड, 20 मार्च। तीन साल में दुगने करने के नाम पर स्वसहायता समूह एवं बीसी चलाने वाले करीब पांच-छह साल पहले एक शख्स ने भिण्ड शहर के हजारों लोगों को चपत लगाई। बताया जा रहा है कि उस शख्स द्वारा करीब 25 करोड़ रुपए का घालमेल किया गया है। आरोपी को पुलिस ने दबोच लिया है और पीडि़त शहरवासी शहर कोतवाली पर जमा होकर उसके विरुद्ध प्रकरण पंजीबद्ध कराकर पैसे वापस कराए जाने की मांग कर रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक विजय कुमार जैन उर्फ टीटू कासिम खां का बाड़ा, दाल बाजार ग्वालियर का रहने वाला था। वह अपनी बहन पुष्पा देवी के घर सब्जी मण्डी भिण्ड से सुपर फास्ट आर्थिक सेवा चिटफण्ड कंपनी एवं स्वसहायता समूह के नाम से कंपनी चलाकर वह लोगों से किस्तों में पैसे लेकर तीन साल में दुगने करने का सब्जबाग दिखाता था। टीटू जैन की चाल का शिकार बने लोगों ने दो, चार, पांच, सात, आठ लाख तो किसी से 10 लाख की वसूली की। इस प्रकार करीब 20 से 25 करोड़ रुपए की हेराफेरी कर उसका फरार होना बताया जा रहा है।
पुलिस के अनुसार विजय कुमार जैन पुत्र मिजाजी लाल जैन उम्र 50 साल निवासी दाल बाजार कासिम का बाड़ा ग्वालियर, हाल निवास अरविंद सोसाइटी सिंहगड रोड पुणे महाराष्ट्र साल 2014 से फरार था। उसके खिलाफ थाना सिटी कोतवाली भिण्ड के अपराध क्र.352/13 एवं न्यायालय के प्रकरण क्र.298/14 में आठ साल से फरार स्थाई वारंट जारी था। पुलिस उसे बराबर तलाश कर रही थी लेकिन वह पुलिस को चकमा दे रहा था। विगत दिवस शहर कोतवाली पुलिस को सूचना मिली कि वह पूना में रह रहा है। पुलिस टीम ने पूना पहुंचकर बताए गए स्थान पर दविश देकर उसे दबोच लिया और शनिवार की रात भिण्ड लाया गया। रविवार को सुबह उसकी गिरफ्तारी की सूचना जैसे ही पीडि़त शहरवासियों को लगी तो पीडि़त महिला एवं पुरुष शहर कोतवाली पर एकत्रित हो गए। वहां मौजूद लोगों ने बताया कि किसी ने मकान बनाने, किसी ने बच्ची की शादी तो किसी ने अन्य जरूरी कार्यों के लिए पैसे इकट्ठे किए थे, वह पैसे टीटू जैन लेकर भाग गया। पीडि़तों के अनुसार करीब एक हजार लोग टीटू जैन का शिकार बन चुके हैं और वह लगभग 20 से 25 करोड़ रुपए की हेराफेरी कर चुका है। कोतवाली पर मौजूद पीडि़त लोगों की मांग है कि आरोपी के खिलाफ प्रकरण दर्ज कराए जाकर सभी लोगों के पैसे वापस दिलाए जाएं।
आरोपी की गिरफ्तार में कार्यकारी निरीक्षक केदार सिंह यादव, उपनिरीक्षक देवीदीन अनुरागी, प्रधान आरक्षक जितेन्द्र सिंह एवं सतेन्द्र भदौरिया की सराहनीय भूमिका रही है।