खेरिया थापक गांव में हो रहा है श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ
भिण्ड, 07 मार्च। मेहगांव विकास खण्ड के ग्राम खेरिया थापक में श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ का आयोजन हो रहा है। जिसमें सोमवार को कथा व्यास पं. संतोष कुमार तिवारी महाराज ने कृष्ण जन्म का वर्णन किया।
शास्त्री ने कहा कि भगवान भक्तों के बस में रहते है और भगवान हमेशा अपने भक्तों का ख्याल रखते है और जब जब संसार में पाप और अत्याचार बढ़ता है तब भगवान श्रीहरि किसी ना किसी रूप में संसार में अवतार लेकर भक्तों के संकट दूर करते हैं। उन्होंने कहा कि जब कंस के पाप, अत्याचार का घड़ा भर गया, तब भगवान श्रीकृष्ण ने अवतार लेकर कंस का अंत किया। लोगों को कंस के अत्याचार से मुक्ति मिली।
इस अवसर पर दंदरौआ धाम के महंत श्रीश्री 1008 महामण्डलेश्वर रामदास महाराज ने श्रीमद् भागवत कथा में प्रवचन देते हुए कहा कि ब्रह्मा जी ने गाय को इसलिए बनाया था कि माता बहनें भगवान को कहां ढूंढने जाएंगी, तो ब्रह्मा जी ने गाय में सभी भगवान को स्थापित कर दिया। माता-बहनें पहले भोजन तैयार करके पहली रोटी गाय लिए निकालती थीं, इससे घर के भोजन से भगवान का भोग लग जाता था। घर में सुख शांति प्रेम बना रहता था लेकिन धीरे-धीरे अब संस्कृति विलुप्त होती जा रही है। उन्होंने कहा कि मनुष्य का जीवन बिना सत्संग के नहीं चल सकता हैं। सत्संग से हमें धर्म पर चलने की प्रेरणा मिलती है। पिता की आज्ञा का पालन करने से मनुष्य को धर्म की प्राप्ति होती है। माता की सेवा करने से मनुष्य को लक्ष्मी की प्राप्ति होती है। भाइयों से मिलकर चलते हैं तो सफलता की प्राप्ति होती है। सत्संग का अर्थ है सभी मनुष्य मिलकर चलें, संतों एवं गुरुओं की सेवा करने से मनुष्य को मोक्ष की प्राप्ति होती है।
इस मौके पर पूर्व मंत्री राकेश चौधरी, मंहत कालिदास महाराज तेजपुरा, जलज त्रिपाठी, भगवती प्रसाद शर्मा, रमेश थापक, एडवोकेट रामकरन शर्मा, राजकुमार शर्मा, धर्मेन्द्र पुजारी, मंजे पचोरी, प्रमोद चौधरी, बालकृष्ण डोंगरा सहित अनेक ग्रामवासी उपस्थित रहे।