अमृत महोत्सव के तहत कई मुद्दों पर कार्यक्रम का आयोजन

भिण्ड, 22 फरवरी। शा. एमजेएस महाविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई-2 के तत्वावधान में आजादी की अमृत महोत्सव के तहत बाल विवाह, कन्या भ्रूण हत्या, छुआछूत, दहेज प्रथा, जल संरक्षण आदि मुद्दों पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें मंच संचालन कार्यक्रम अधिकारी डॉ. आरए शर्मा एवं अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. अनूप श्रीवास्तव ने की।
मुख्य अतिथि महिला बाल संरक्षण अधिकारी अजय सक्सेना ने अपने उद्बोधन में बताया कि शून्य से 18 वर्ष के बीच की आयु वाले सभी को बच्चों के वर्ग में रखा एवं किशोरावस्था को टीन एज में रखा गया है तथा शादी के लिए लड़की की आयु 18 एवं लड़के की आयु 21 वर्ष की होना अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की व्यवहारिकता को कानून नहीं मानता है एवं कानून की अज्ञानता किसी भी प्रकार की माफी का आधार नहीं है तथा बाल विवाह को लेकर शादी के लिए निमंत्रण कार्ड फ्लावर डेकोरेशन एवं शादी के लिए आवश्यक नियंत्रक के पास वर एवं वधू के आधार कार्ड जमा करना अनिवार्य होगा, जिसमें वह 18 एवं 21 वर्ष की आयु पूर्ण कर ली हो यदि आयु प्रमाण पत्र उपलब्ध नहीं होने की स्थिति में वर एवं वधु के दांतो और घुटनों की हड्डियों से मेडिकल रिपोर्ट से उनकी आयु का आकलन किया जाएगा, तत्पश्चात ही शादी संभव होगी।
उन्होंने बताया कि यदि आपको बाल विवाह कहीं होता हुआ देखें तो तुरंत पुलिस और महिला बाल विकास के पास सूचना दे सकते हैं एवं संरक्षण अधिकारी ने बताया कि भिण्ड का लिंगानुपात 838 प्रति एक हजार पुरुष है। इसके अलावा अल्ट्रासाउण्ड के माध्यम से लिंग परीक्षण कराना एवं करना दोनों ही कानूनन अपराध है, ऐसी स्थिति में 50 हजार तक का जुर्माना तथा तीन वर्ष की सजा का प्रावधान है। उन्होंने बताया कि बच्चों के मुख्य पांच अधिकार हैं , जिसमें प्रथम अस्तित्व का अधिकार, द्वितीय विकास का अधिकार, तृतीय शिक्षा का अधिकार, चतुर्थ सहभागिता का अधिकार तथा अंतिम और पांचवा वैकल्पिक परिवर्तन का अधिकार और इन सभी अधिकारों पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि शून्य से छह वर्ष के बच्चों के लिए शिशु ग्रह सरकार द्वारा खोले गए हैं और छह से 18 वर्ष के बच्चों के लिए बालग्रह भी मौजूद हैं तथा चाइल्ड हेल्प लाइन नं.1098 है जिसे आप 24 घण्टे में कभी भी सहायता ले सकते हैं।
तत्पश्चात प्राचार्य ने हरी झण्डी दिखाकर रैली को रवाना किया। जिसमें छुआछूत मिटाना है सबको आगे आना है, कन्या भ्रूण हत्या कानूनन अपराध है, जल ही जीवन है, बाल भिक्षावृत्ति अपराध है, दहेज लेना देना अपराध है। जैसे नारों द्वारा रैली को सफलता पूर्वक निकाला गया। कार्यक्रम के अंत में कमला नरवरिया ने आभार व्यक्त किया।